Book Title: Kuvalaymala Part 02
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust
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(२९४)
२२५ 1 रोवइ दइया पासे डज्झइ एक्कल्लओ जलणे ।।
जेण य मणोरहेहिं जाओ संवड्डिओ य बहुएहिं । 3 एसो सो से जणओ रुयमाणो चिट्ठए पासे ।।
अइ पुत्त-वच्छला सा एसा माया वि एत्थ मे लिहिया । 5 दट्टण डज्झमाणं पुत्तं अह उवगया मोहं ।।
जेहिँ समं अणुदियहं पीयं पीयं च णेह-जुत्तेहिं । 7 अह एक्को च्चिय वच्चइ एए ते जंति घर-हुत्तं ।।
बहु-असमंजस-घडणा-सएहिँ जं अज्जियं कह वि अत्थं । 9 तेण पयं पि ण दिण्णं गेहे च्चिय संठियं सव्वं ।।
जा आसि सुट्ठ दइया पुत्ता धूया य हियय-वल्लहिया । 11 हा वावत्ति भणंती एसा अह वच्चइ घरम्मि ।।
एए वि पुणो लिहिया कठै भामेउ अत्तणो सीसं । 13 सुक्कं तुह कट्ठ चिय अपच्छिमो होसु अम्हाणं ।।
एयं ते भणमाणा तलए गंतूण देति से वारिं । 15 एस किर होहिइ से कत्थुट्ठो कत्थ णेरयं णीए ।।
एए वि देति गंतूण तस्स पुण्णेहिँ बम्हण-कुलाण । 17 किर तस्स होइ एयं एसो लोयस्स छउमत्थो ।।
(२९५) एयं कुमार लिहियं अण्णं च मए इमं इहं रइयं । 19 पेच्छसु कुणसु पसायं विद्धं किं सोहणं होइ ।।
एसो को वि जुवाणो एयाएँ समं जुवाण-विलयाए । 21 वियसंत-पंकय-महो लिहिओ किं-किं पि जपतो ।।
लज्जोणमंत-वयणा पायंगुट्ठय-लिहेंत-महिवठ्ठा ।
4) P adds तं सव्व before माया, J से for मे. 6) P अणुदियहो, J adds पिअं in between two पीयं, Jणेहसंजुत्तेण P णेहजुत्तीहिं. 7) P तं for ते. 8) P घट्टण for घडणा. 10) P जे for जा, J पत्ता for पुत्ता, P जीव for हियय. 11) P वा वाभत्ति भणंता एए ते जंडंति ए हुत्तं for the 2nd line. 12) P एते, P कद्धे भोमेउ अप्पणो, J भामेउं अत्तणीसेसो. 13) P तह for तुह, J तिय for चिय. 14) J एवं, P एयं चि भणमाणो, P वारि । एतं किर होहिति से कछुट्टो. 15) P णेरय. 16) P एते, J म्हेण for बम्हण. 17) J किरत्तस्स होईअं एसो P होति एतं एसो, J उम्मच्छो for छउमत्थो. 18) J inter. इमं & मए, Jom. इहं, P रइया ।. 20) J जुआणो, P एताए, J जुआण. 21) P सुहो for मुहो. 22) J लअणमंतवयणो पायंगुट्ठायलिहितमहि.

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