Book Title: Kuvalaymala Part 02
Author(s): Chandraguptasuri
Publisher: Anekant Prakashan Jain Religious Trust

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Page 215
________________ (२८७) २१२ 1 इंदो इंदाणीय व समयं एरावणारूढो ।। (२८७) एवं च णीहरिउं पयत्ता अहिणं दिजमाणा य जण3 समूहेण,वियप्पिजंता णायरिया-लोएण । अवि य । अइ, कोउय-रहस भरिजंत-हियय-पूरंत-णेह-बहुमाणो । अह जंपइ वीसत्थं णायर-कुलबालिया5 सत्थो ।। एक्का जंपइ महिला भणह हला को व्व एत्थ अभिरूवो । 7 किं कुवलयमाल च्चिय अहवा एसो सहि कुमारो ।। तओ अण्णाए भणियं । 9 एयस्स सहइ सीसे कसणो अह कोंतलाण पब्भारो । कज्जल-तमाल-णीलो इमाएँ अह सहइ धम्मेल्लो ।। 11 एयस्स सहइ वयणं सरए अह वियसियं व सयवत्तं । संपुण्ण-चंद-मंडल-लायण्णं सोहइ इमीए ।। 13 एयस्स णयण-जुयलं कुवलयदल-सरिसयं सहइ मुद्धे । तक्खण-वियसिय-सिय-कमल-कंति-सरिसं इमीऍ पुणो ।। 15 रेहइ इमस्स पियसहि वच्छयलं धवल-पीवरं पिहुलं । उब्भिज्जमाण-थणहर-विरावियं रेहइ इमीए ।। 17 सोहइ मइंद-रुंदं णियंब-बिंबं इमस्स पेज्जालं । रह-रहसामय-भरियं इमीए अहियं विराएज्जा ।। 19 ऊरु-जुयलं पि सुंदरि इमस्स सरिसं करेण गयवइणो । रंभा-थंभेण समं इमाएँ अहियं विराएज ।। त्ति । 21 अण्णाए भणियं । ‘हला हला, एत्थ दुवे वि तए अण्णोण्ण-ख्वा साहिया, ण ___एत्थ एक्कस्स वि विसेसो साहिओ' । तीए भणियं ‘हला, जइ एत्थ विसेसो 1) J इंदाणीअ P इंदाणीइ. 2) P पयत्तो आणदिज्जमाणा. 3) P वियप्पियंता णायरलोएण, P adds the verse कोउयरहस etc. to सत्थो and further adds एक्का जं ता णायरलोएण अवि य अइ before the verse कोउय etc. 4) J परत्त for पूरंत. 6) P अभिरुइओ ।. 7) P कुवलयमाला च्चिय. 9) P एतस्स, P कसिणो. 10) P अहरेइ धम्मेल्लो, 11) P एतस्स, P सरिसं for सरए. 13) P कुवलयदय. 15) P वच्छलयं for वच्छयलं. 18) P जहण for अहियं. 19) P ऊरुजुवलं पि सुरिसरिसं. 20) P रंधा for रंभा, P विराएजंति. 21) P साहियं for साहिओ. 22) J तीय, P अओ for हला.

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