Book Title: Kisne Kaha Man Chanchal Hain
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 12
________________ अनक्रम दर्शन का नया आयाम अस्तित्व की खोज : सम्यग्दर्शन प्रतिरोधात शक्ति का विकास : संय चेतना की क्रीडाभूमि : अप्रमाद व्यक्तित्व । रूपान्तरण : समता ऊर्जा का विकास : तप ऊर्जा की ऊर्ध्वयात्रा आध्यात्मिक सुख सत्य की खोज दायित्व का बोध शक्ति-जागरण उपसंपदा शक्ति-जागरण : मूल्य और प्रयोजन शक्ति-जागरण के सूत्र स्थूल और सूक्ष्म की मीमांसा मानसिक तनाव का विसर्जन मानसिक संतुलन अध्यात्म की यात्रा सत्य को स्वयं खोजें आजादी की लड़ाई साधना की निष्पत्ति मानसिक प्रशिक्षण उपसंपदा चेतना का तीसरा आयाम मानसिक शक्ति का विकास और उपयोग १५६ १६९ १८३ १९५ २०७ २१६ २२६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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