Book Title: Kaise Jiye Madhur Jivan
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 51
________________ सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति चाहे जैसे समाज, देश और स्थान पर चले जाएँ, ऐसे लोगों के द्वारा समाज का उत्थान और कल्याण ही होना है। ऐसे प्रबुद्ध व प्रशान्त लोगों के द्वारा ही अहिंसा व प्रेम की स्थापना सम्भव है। विचारना बहुत बड़ी कला है। आप सदैव पॉजिटिव थिंकिंग रखें। जब कभी नकारात्मक विचार आ जाए, उस पर तत्काल विजय प्राप्त करें। आप अपने पड़ौसी के प्रति, अपने माँ-पिता के प्रति, अपने मित्र और प्रत्येक व्यक्ति के प्रति सकारात्मक नजरिया रखें। ___ जो व्यक्ति सकारात्मक सोच या सकारात्मक नजरिया रखता है, वह हर परिस्थिति में खुशहाल रहेगा। उसके मन में किसी के प्रति कोई शिकायत नहीं होगी। पॉजिटिव थिंकिंग जिस व्यक्ति के पास है, वह जहाँ भी जाएगा खुशी लेकर लौटेगा। जिसके पास पॉजिटिव थिंकिंग है, उसने जीने की कला सीख ली है। उसके पास जीवन को व्यवस्थित करने का रूप है। __ अपने आपको व्यवस्थित करना जीवन की एक बहुत बड़ी चुनौती है। कब उठना, कब सोना, कब खाना, क्या पहनना, कैसे बोलना, कब-कहाँ कितने बजे पहुँचना, कब कौन-सा कार्य पूरा करना, कैसे सोचना, कैसा बर्ताव करना यही वे सब बातें हैं जिन पर आप धैर्य से सोचें और अपने आपके लिए कुछ निष्कर्ष निकालें। निष्कर्ष को लागू करें। सफल वही होता है जो खुद को व्यवस्थित रखता है। अच्छा कैरियर बनाने के लिए, प्रभावी और लोकप्रिय जीवन जीने के लिए, सुख और निश्चिंतता को आत्मसात् करने के लिए पहला और आखिरी गुरुमंत्र है, 'पहले स्वयं को व्यवस्थित कीजिए।' कैसे जिएँ मधुर जीवन Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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