Book Title: Jain Viaha Vidhi Author(s): Sumerchand Jain Publisher: Sumerchand Jain View full book textPage 4
________________ वीर सेवा मन्दिर दिल्ली कम गरया पालन ת בין 1) नारायन लार ५८का बाचन (३) शाखोचारण (४) कन्यादान और पाणिग्रहण (५) हवनविधि मुप्तपदी (७) गोथ धर्म का उपदेश (८) फेरे अर्थात् अग्नि की परिक्रमा (E) शान्ति पाठ १०) विसर्जन (११) स्तुतिPage Navigation
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