Book Title: Jain Viaha Vidhi
Author(s): Sumerchand Jain
Publisher: Sumerchand Jain

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Page 10
________________ ( ज ) हवन कुण्ड - यह ग्राम तौर पर तांबे का बना हुआ मिल जाता हैं, यह आकार में चौकोर होता है, यदि तांबे का बना हुआ न मिले तो ईंटों का बना लेना चाहिये या मिट्टी की कुडिया से काम लेना चाहिये । 1 ५ पूजा सामग्री - पूजा निम्न अष्ट द्रव्य द्वारा की जाती है। १. जल, चन्दन, ३. अक्षत, ४. पुष्प, ५. नैवेद्य, ६. दीप, २ ७. धूप, और ८. फल । इन अष्ट द्रव्यों को तय्यार करने के लिये चावल, बादाम, छुवारे, गोला कैंसर की ज़रूरत होती है । ६ हवन सामग्री: हवन के लिये तीन प्रकार की सामग्री की ज़रूरत होती है - १. धूप, २. घो, ३. समिधा (लकड़ी) धूप निम्न चीजों को कूट छान कर तय्यार की जा सकती है-चन्दन चुग, लौंग, देवदारु, काफूर, स्वाण्ड, बालछड़, गोला, इलायची (छोटी) समिधा पाँच प्रकार की होती हैं- सफेद चन्दन की लकड़ी, लाल चन्दन की लकड़ी, पीपल की लकड़ी, आक की लकड़ी, ढाक की लकड़ी । ७. पूजा के उपकरणः -पूजा के लिये निम्न उपकरण की जरूरत होती है -२ थाल, २ रकाबी, २ कलशियां, २ चमचयां, २ छोटी २ कटोरियाँ, धूपदान, २ छलने, और २ चौकियां । -00-00

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