Book Title: Jain Siddhanta Bol Sangraha Part 07
Author(s): Bhairodan Sethiya
Publisher: Jain Parmarthik Sanstha Bikaner

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Page 8
________________ १२८ १२८ पत्रादि जोवों वितिज्छेयं १३० दुर्लभतो गोतम सयध पात्रादि जीवों वित्तिच्छेयं दुर्लभता गौतम समय चाला जया परिघेतव्या १३७ १६३ १६६ १६ १६८ १७३ १७४ जाय परिषेतचा सन्न व्ययस्थित अमित्त सूसावात्रो विप दागाव व्यवस्थित अमित्त मुसावात्रो १७४ विष १८० दापत्र एवं ५८० १६० १६२ भगवान् १६६ दुरासयं पि दि भ गान् दुरासयं वित्तं दुरुद्धारणि संदरो सम्बन्धी विचारना दर्यात २२६ २३३ दुरुद्वाणि सुंदरो सम्बन्धों विचरना वयंति भावार्थ अवगाहना काश्यप अरण्य २३५ मावार्य २५२ २५४ चप्रगाना काइपप प्रारण्य २५६

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