Book Title: Gau Vansh par Adharit Swadeshi Krushi
Author(s): Rajiv Dikshit
Publisher: Swadeshi Prakashan

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Page 54
________________ पेटेन्ट ले लिया अमेरिका की कम्पनी ने, हमारे देश के अदरक और तुलसी के पेड़ प्रोसेस पर पेटेन्ट ले लिया अमेरिका की कम्पनी ने और तो और हमारी हल्दी पर पेटेन्ट करवा लिया था उन्होंने, वो तो मुकदमा किया अमेरिका की कम्पनी में और हम लोग जीत गये और हम लोग जीत क्यूँ गये? क्योंकि अभी जो यह गैट करार वाला कानून है वो भारत में लागू नहीं है। अगर यह कानून लागू हो जाता भारत में, तो हल्दी वाला पेटेन्ट का केस हम कभी नहीं जीत पाते। क्योंकि हल्दी पेटेन्ट टेबल आइटम हो जाती फिर और हम उस केस को जीत नहीं पाते। तो अभी हमारे देश में जो पेटेन्ट का कानून है 1970 का बनाया हुआ, वो पूरी तरह से हमको बदलना पड़ेगा। और वो कानून अगर बदला तो हिन्दुस्तान के किसान को सबसे बड़ा नुकसान होगा कि वो बीज से बीज बनाकर बेच नहीं सकेगा और उससे मुनाफा नहीं कमा सकेगा। अब तक जो किसान करता रहा वो पूरी तरह से बंद कर दिया जायेगा। आप पूछेगे इसका और क्या नुकसान हो सकता है? आपको मैं यह जानकारी देना चाहता हूँ कि जब परदेशी कम्पनियों के अधिकार क्षेत्र में और बड़ी-बड़ी कम्पनियों के अधिकार क्षेत्र में पूरा बीज आ जायेगा तो यह कम्पनियां इस तरह की बदमाशी करने जा रही हैं कि वो ऐसे बीज बनायेगी जिससे सिर्फ एक बार फसल होगी, दूसरी बार फसल ही नहीं होगी। उस बीज को अंग्रेजी में कहा जाता है'टर्मिनेटर सीड'। टर्मिनेटर सीड का माने ऐसा सीड जिसको आप एक बार खेत में लगाईये, उससे फसल ले लिजिए, फिर दुबारा आपने उस बीज को फसल के रुप में इस्तेमाल किया तो वो कभी नहीं होगी, फसल ही चौपट हो जायेगी। और टर्मिनेटर सीड इतना खतरनाक सीड है कि वो जिस खेत में लगा दिया जाये आजू - बाजू के बहुत सारे खेतों को अपने आप बर्बाद कर देगा। आप जानते हैं कि कई बार विदेशों से बीज आते हैं, तो उन बीजों के साथ-साथ बहुत सारी बीमारियां भी आती हैं। हमारे यहाँ जब परदेशी बीज आया था एक बार तो उस परदेशी बीज के साथ काँग्रेसी घास घुस गई थी इस देश में। और गाँव-गाँव में फैल गई है। और सभी किसान परेशान हैं कि इसको खत्म कैसे किया जाये? और अब ऐसे ही बीज आयेंगे इनके साथ यह सब सत्यानाशी बीमारियां भी आयेंगी। ___ यह परदेशी कम्पनियों की चाल और साजिश है कि भारत में बीज के बाजार पर पूरी तरह से उनका नियंत्रण हो जाए। और आपको एक तीसरी बात बता दूँ इसी के साथ जुड़ी हुई कि पेटेन्ट यह कितने साल के लिए दिया जायेगा? मान लीजिए किसी बीज पर किसी विदेशी कम्पनी का पेटेन्ट है तो यह कितने साल के लिए होगा तो इसमें जो एक प्रोव्हीजन है पेज नं. 346 और पॅराग्राफ नं. 31 का आखरी लाईन हैजो बताता है, क्या बताता है? The term of protection available स्वदेशी कृषि

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