Book Title: Gau Vansh par Adharit Swadeshi Krushi
Author(s): Rajiv Dikshit
Publisher: Swadeshi Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 72
________________ बनी रहे। खेती की मिट्टी बरकरार बनी रहे। खेती की उर्वरकता बरकरार बनी रहे। मिट्टी की उत्पादक शक्ति बरकरार बनी रहे। तो यह एक काम करना पड़ेगा। __ ऐसे ही एक काम और करना पड़ेगा, मुझे ऐसा लगता है कि बाहर के देशों से जो आयात कर रहें हैं अनाज; बाहर के देशों से जो बीज आयात कर रहें है, बाहर के देशों से जो खाने का तेल आयात कर रहें हैं, वो पूरी तरह से बन्द करना पड़ेगा। क्योंकि बाहर के देशों से जो बीज आ जाता है उस बीज के साथ-साथ बीमारियां भी आ जाती हैं। मैंने आपको बताया कि काँग्रेसी घास घुस गई है इस देश में और अभी मुश्किल हो गई। पूरे देश के लोगों के लिए बाहर के बीज आते हैं और पचास तरहकी दूसरी चीजें घुस जाती हैं उनके साथ। तो इसलिए बाहर के बीजों की निर्भरता कम करनी पड़ेगी, बाहर के अनाज पर निर्भरता कम करनी पड़ेगी, बाहर के तेलों पर निर्भरता कम करनी पड़ेगी, और कुछ साल के लिए हो सकता है, हमारे देश में कमी हो जाए तो उस कमी को बर्दाश्त करना सीखना पड़ेगा। मैं उस सिद्धांत को मानने वाला हूँ जिसमें लाल बहादुर शास्त्रीजी विश्वास करते थे कि अगर हमारे यहाँ कोई चीज की कमी है तो उस कमी को सहन करना होगा ना कि कटोरा लेकर भीख माँगनी होगी दूसरों से जाकर। हमारे घर में कोई चीज की कमी होती है तो उस कमी को बर्दाश्त करते हैं ऐसा नहीं है कि हर बार पड़ोसी के पास जाते हैं कटोराले के,लाओ भाई हमको यहदे दो। यह नहीं करना पड़ेगा। इससे आत्मसम्मान खत्म होता है, हमारा अपने उपर आत्मविश्वास भी खत्म हो जाता है। यह काम हमको करने पड़ेगें और भारतीय खेती में जो ज्ञान मौजूद रहा है उस ज्ञान का इस्तेमाल हम सब अपने विवेक के अनुसार करेगें। जरूरत पड़ने पर उसमें बदलाव करेगें और हमको एक काम और करना पड़ेगा इस विदेशीकरण की व्यवस्था को समाप्त करने के लिए। भारतीय खेती को फिर से उन्नत बनाने के लिए एक और प्रयोग करना जरुरी है। पूरे देश में बड़े पैमाने पर पेड़ लगाये जाएँ, वृक्ष लगाये जाएँ, वनीकरण का काम बहुत जरुरी है। किसानों की सबसे ज्यादा मदद अगर कोई कर सकता है, तो वो वृक्ष कर सकता है, पेड़ कर सकता है। उसके लिए हमारे देश में वृक्ष आयुर्वेद नाम का पूरा एक शास्त्र है जो कहता है कि कुछ तरह के पेड़ इस देश के किसानों के लिए बहुत ही मददकारी हैं, बहुत ही जरुरी है। हर गाँव में कुछ पेड़ तो अवश्य होने चाहिए, जैसे कड़वे नीम का पेड़ हर गाँव में होना चाहिए। जैसे आमले का पेड़ हर गाँव में होना चाहिए। पीपल का पेड़ हर गाँव में होना ही चाहिए। बरगद का पेड़ हर गाँव में होना ही चाहिए। इमली का पेड़ हर गाँव में होना ही चाहिए। तो हर गाँव में जो होने वाले पेड़ हैं, उनके बारे में जानकारी करें आप लोग। और हर गाँव में इस तरह के पेड़ लगाओ। नीम का पेड़ लगे, नीम स्वदेशी कृषि - ७१

Loading...

Page Navigation
1 ... 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110