Book Title: Chaturmas Aatmullas Ka Parv
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 10
________________ बरसात होने का एक परिणाम यह होता है कि मार्ग अवरुद्ध हो जाते हैं,पानी भर जाता है, आवागमन रुक जाता है । प्राचीन भारत में तो यह स्थिति थी ही, गाँवों में अब भी है । किन्तु नगरों में भी जहाँ वैज्ञानिक उन्नति का प्रकाश पहुँच चुका है, वहाँ भी स्थान-स्थान पर पानी भर जाता है । नाले उफनने लगते हैं । अतः निराबाध आवागमन की समस्या वहाँ भी खड़ी हो जाती है । लेकिन बरसात का एक सुखद परिणाम यह होता है कि ग्रीष्म का ताप कम हो जाता है, गर्मी में चलती लू सुखद समीर का रूप ले लेती है । मानव का तन-मन प्रफुल्लित हो जाता है । और प्रफुल्लित तन-मन में शुभ भावनाएँ अँगड़ाई लेने लगती हैं । फलतः कषायों की अग्नि

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