Book Title: Chaturmas Aatmullas Ka Parv
Author(s): Devendramuni
Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay

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Page 23
________________ दूर-दूर रहने वाले स्वधर्मि बन्धु परस्पर मिलते हैं । एक स्थान पर रहते हैं, जिस कारण उनमें विचार विनिमय चलता है और एकता का सूत्र सुदृढ़ होता कहा है-संघे शक्तिः कलौयुगेकलियुग यानी वर्तमान काल में संगठन में ही शक्ति है । देश में प्रजातन्त्रात्मक शासन प्रणाली है । इसमें वही दल अपनी सरकार बनाता है, शासन का स्वामी होता है, जो अत्यधिक संगठित हो । संगठन का महत्व सामाजिक, धार्मिक, पारिवारिक सभी क्षेत्रों में है । संगठित समाज जल्दी उन्नति करता है; जबकि असंगठित समाज पिछड़ जाता है। इसके साथ ही समाज-सेवा भी एक आवश्यक उद्देश्य है । समाज में बहुत से (२१)

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