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परिश्रम के पश्चात बालकों के साथ कुछ समय तक मनोरंजन कर लिया जाय तो प्रतिभा में भी तेजस्विता बनी रहती है। बालक का जीवन पवित्र जोवन है । इसलिए उनके साथ मनोरंजन करने से कुछ भी हानि नहीं अपितु लाभ ही है। इसीलिये थकान मिटाने के लिए मैं बालकों के साथ कुछ समय मनोरंजन करता हूँ।
मित्र को मनोरंजन का रहस्य ज्ञात हो गया।
बालती तसवीरें
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