Book Title: Bhrun Hatya Maha Paap Bachao Bachao
Author(s): Rashmiratnasuri
Publisher: Jingun Aradhak Trust

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Page 12
________________ - एबोर्शन के नाम उगती कली का निकंदन....! - माँ संस्कृति का बेरहमी से रवून...! अनेक श्रीराम कृष्ण, बुद्ध, गांधी आदि चैतन्यवन्तों के अवतरण को निष्फल बनाने वाला महापातक का सक्रिय भीषणषड्यन्त्र ! !! गर्भपात !! विश्व को विनाश के कगार पर खड़ा करनेवाली एक भयंकर बात... विभीषिका नंबर वन गर्भहत्या नहीं चलेगी...! नहीं चलेगी...!! टेड बंडी ने निर्दोष बालाओं की हत्या की; सजा मिली... मौत ! डॉ. नेइल ने कई निर्दोषों को विष खिलाया; सजा मिली.... मौत ! बिकीनी मर्डरचार्ल्स शोभराज के घिनौने हत्याकांडों ने उसे सजा दिलवायी; भीषण कारावास । निठारी कांड में कई बालकों की हत्या हुई, भयंकर सजा की तैयारी है। एक माँ ने निर्मम बनकर अपने ही बालक का गला घोंट डाला... अर्... उसको क्या सजा मिली, पता है ? ठहरिये...! ऐसी एक नहीं, अकेले भारत में Fifty One Lakh Forty Seven thousand (51 लाख 47 हजार) माताएँ हैं जिन्होंने गर्भ में ही अपने बालक की भयंकर हत्या करवा दी । और आज भी उन हत्यारिणी माताओं की संख्या प्रगति (या भयंकर अधोगति) के नाम दिन-दूनी रात चौगुनी बढ़ती ही जा रही है...! और उनको सजा मिल रही है - नकद रुपयों में इनाम... शाबाशी...। ओह ? क्या भयंकर कलियुग आया है...? · · गर्भ में रहा हुआ बालकं आज भी चीख रहा है.. पशुओं की चीख तो आपने सुनी ही होगी, अब सुनिये इस असहाय बालक की चीख... । ___ हो सकता है, यह चीख आपके अंतर को झकझोर दे, आँख के किसी कोने में बचाओ... बचाओ...!! Jain Education International For Personal & Private Use Only -www.jainelibrary.org

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