Book Title: Bhasarvagnya ke Nyayasara ka Samalochantmaka Adhyayana Author(s): Ganeshilal Suthar Publisher: L D Indology AhmedabadPage 14
________________ (१३) पृष्ठ ... २०५-२२२ सप्तम विमर्श-प्रमेयनिरूपण प्रमेण विशेषलक्षण शरीर इन्द्रिय अर्थ बुद्धि मन प्रवृत्ति दोष प्रेत्यभाव फल २१० २१० २११ २११ २११ २ २१६ अपवर्ग प्रमेयों की मोक्षोपयोगिता . प्रमेयों का हेयादिचातुर्विध्यविभाग आत्मा ईश्वरसिद्धि २११ अपरात्मविचार आत्मनित्यत्व आत्मविभुत्व आत्मज्ञान का प्रयोजन २२० परमात्मा अष्टम विमर्श-अपवर्गनिरूपण नवम विमर्श-परवर्ती ग्रन्थकारों पर भासर्वज्ञाचार्य का प्रभाव उपसंहार सहायक-ग्रन्थ-सूची २१८ २२० ... २२२-२३० २३१-२४३ ... २१४-२४९ ... २५०-२५६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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