Book Title: Ayurvediya Kosh Part 01
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
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भरफार
प्रश्मदार
सजी।
अश्फार ashfāra-० (ब० व०), शफ़र अश्मकेतुः ashma-ketuh-सं० स्त्री० एम
(ए०व०) पलकों के किनारे अर्थात् पलकों के पाषाणभेद तुप । पाथर चुर-बं० । रा० नि० बाल उगने के स्थान। म०अ०। -काबु०
२०५। Coleus arumaticus (Jhe
small var.of-)
अश्मगर्भ: ashma-garbhah-सं० पु. । अश्वह ashbah-अ० इश्क्रपेचा के समान एक
अश्मगर्भ ashma-garbha-हिं० संज्ञा पुं० ) बूटी है। फूल चमेली के समान तथा सुगन्ध.
हरिएमणी, पथा। पाना-बं० । जमुरंद-१०। युक्त होता है।
Emerald (Smaragolus.) भा०पू० अश्वाह. ashbāh-० (ब० व०), शबह
१भा०।-क्ली० (२) मरकत-मणि । हे. (ए० व०) प्रतिबिम्ब, मूर्ति, तसवीर ।
च०। देखो-पन्ना। (Reflection, an image, a pict
प्रश्मगभंकः ashma-garbhakah-सं० पु. ure.)
तिनिश वृक्ष । ( Lagerstroemia flos. अश्वील ashbila- मत्स्याण्ड, मछली के अण्डे ।
regine.) मद० २०५। (Eggs of fish.)
अश्मगर्भजम् ashma-garbhajam-संपली. अश्वत्चेगन ashbutcheghana-०मार्जा.
मरकत मणि,पमा । (Emerald.)रा०नि० राण्ड, जुन्दबेदस्तर । (Castoreum.)
व०१३। ई० मे० मे०।
अश्मनः ashmaghnah-सं. पुं० पाषाणअश्म ashma-सं० क्ली०,हिं० संशा पु[अश्मन्]
भेद चुप । पाथरकचा-बं०। ( Coleus aro. (१)स्वर्ण माक्षिक | Iron pyrites ( Ferri
maticus.) रा. नि.व. ५। भा० पू० sulphuretum) वै० निघः । (२)
१भा०। पत्थर ( A stone.)। (३) पर्वत, पहाइ | अमन स्वेद ashmaghna-svedah-सं. ( A mountain.)। (४) मेघ । बादल । | पु० अश्मरी में प्रयुक्र स्वेद विशेष । (A cloud)
अश्मजम ashma jam-सं० क्ली० अश्मकदली ashma-kadili-सं० स्त्री. कदली अश्मज ashma.ja-हिं• संज्ञा पु......" विशेष, केला, पर्वतीय केला। पाहादे कला
(१) मुखलौह, लोहा भेद । Iron ( Feबं०। लोखंड केल-मह०। Plantain
rrum. ) रा०नि० व०१३ । च० द. (Musa sapientum. ) रा० नि०
पादु-चि. । (२) शिलाजीत । शिलाजतु । व० ११।
(Bitumen.) मद० २०४। हेमा० । अश्मकन्दिका ashma-kandika-सं० लो.
प. मु०। र० मा० । रा०नि० व. १३ । अश्वगंध । ( Withania somnif.
(३) गेरू, गैरिक, हिरामिजी । ( See-Gai. era. )
- rika.)। (४) मोमिपाई। अश्मकरम् ashma-karam-सं० की. स्वर्ण, अश्मजतु,कम् ashmajatu,-kam-सं०
सोमा । Gold (Aurum.) रत्ना०। क्ली. शिलाजी(जि)त, शिवाजतु । ( Bitu. अश्मकूट ashma kuta-हिं. पु. ( Petr- men.) च० ० पांड-चि० योगराज । रा. ous process.).
नि०व० १३ । सि. यो. २० पि.चि. अश्मकच्छ, हा ashma-krichchhraha-सं० खण्ड चाय । "शुभारमजतुकं स्वचम् ।"
खी० बेहतर वृष, वीरतरु । बेलदर-मह अश्मदारण ashmadarana-हि. पु.१ पत्थर वै० निघ।
| काटने वाला पारा।
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