Book Title: Ayurvediya Kosh Part 01
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
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अलनपुष्पा, का
७१८
असय शिर्को (Ciitorea ternatea.) मराटी । अ० ज्ञानतन्तु-हिं० । नर्व ( Nerve. )-३० ।
टो० भ०। (२) पटसन, रसुनिया घास । देखो -- नाड़ी। असनपुष्पः,-कः asana-pushpah,-kah असर इश्तियाको insa ba-ishtiyaqi-१०
-सं०प० षष्टिक धान्य जाति भेद । साठी भेद। असव अश्फाकी । यह मस्तिष्क की चतुर्थ नाड़ी है सु० सू०४६ १० ।
जो मस्तिष्क से प्रारम्भ होकर नेत्र में चनु के असनमल्लिका asana.malliki- स्त्रो० वक्रोल पेशी में समाप्त होती है। पैथेटिक नर्व रामसर-हिं० । हापर माली -बं० । (Echitos
( Pathetic nerve. )-80 dichotoma.) ई० मे० मे० । देखो-भद्र- असब ज़ाजि अ aashiba-zajia-अ० अम:
बुर्रियड् वल्मिन दह , असब मुहय्यरह , लौटने असना isana-गु० । असगंध, अश्वगंधा । वाला पुट्टा । आमाशय फुफ्फुसीया नाही, अस्त असन Asana " ( Withania 80- व्यस्त बोधतन्तु । ( Pneumogastric mnifera.) ई० मे मे०।
nerve, : Vagus nerve. ) -हिं० संज्ञा पु. [सं० प्रशन ] एक ।
| असव जोको aasa ba-zouqi-अ० असब
लिसानी व बलऊनी, जिह्वाकण्ठनाड़ी। (G15वृक्ष जो शाल की तरह का होता है । इसके हीर |
.. ssopharyngeal nerve.) की लकड़ी हद और मकान बनाने के काम आती |
असबनुखाई इज़ाफ़ा aasaba-nukhaai. हैं तथा भूरापन लिए हुए काले रंग की होती है।
२. izifi-अ० सौ गुम्न सहायक नाड़ी । (Spi. इस पेड़ को पत्तियाँ माघ फाल्गुन में झड़ जाती
_nal accussory nerve.)-इं० । हैं। पीतशाल वृक्ष । 'Terminalia tomen
असब बस री aasaba bagri-० असबनूरी, tosa, Bedd. )
असब मुजव्वक्र, असबह, मुजव्वफह, । चाक्षुषोया। असनादिगणः asanadi ganah-सं० पु..
नाड़ी, पालोक सम्बन्धी माड़ी, देखने की नाही, .पीतशाल', ति नश, भोजपत्र, पूतिकरञ्ज, खदिर
दृष्टिनाडी । (Optic nerve.) सार, कदर (खेरसारकी प्राकृतिवाला श्वेतसार),
| सब मुजब्बफ aasaba-mujavvafa-अ. शिरिष, शीशम, मेष,गी, त्रिहिम ( चन्दनत्रय
. असबह, मुजन्वफ्रह । (Optic nerve.) अर्थात् श्वेत, रक व.पीत चन्दन ), ताड़, ढाक,
... देखो-असब बस री। अगर, वरदारु, शाल, सुपारी, धवपुष्प, इन्द्रयव, सबवजिही aasaba-vajilhi-१० मौखिको अजकर्णी और. अश्वकर्णी ।
- नाड़ी । ( Facial nerve.) गुण-ये श्विन कुष्ठ,कफ, कृमिरोग पाण्डुरोग, असब वर्की कबीर aasa ba-varki-kabira प्रमेह तथा मेद सम्बन्धी दोषों को दूर करते हैं। __-अ० अ.वह परीजह, महा कटिनाड़ी (Grवा० सू०१५ १०: :.
eat sciatic nerve.) असंताप asan tāpa-सं० वि० संताप या वेश
असब वर्की सगीर aasabt-varki-saghरहित । अथव०। .... ।
ira-अ० लघु कटि नाडी । ( Small scia.
tic nerve. ) असन्धानकर asandhāna-kara-हि. वि. पुसंधान निवारक।
असब शम्मो ansabi.shay mi-अ० उ. स्वतु.
. शम्म । प्राण नाड़ी । ( Olfactory neप्रसन्न asanna-अ. कक्ष दुर्गन्धि । वह मनुष्य
rve.) . जिसके कक्ष से दुर्गन्धि पाती हो।
असब शिर्को aasaba-shirki-अ० असव असब aasab-१० ( ए० घ० ) अश साब . हमदर्दी । पिंगल नाड़ी। (Sympathetic
(ब०व०) पै, पुट्टा-उ० । नाड़ी, बोध तन्तु, nerve.)
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