Book Title: Ayurvediya Kosh Part 01
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj

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Page 887
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir " " " " १३ २० of पृष्ठ कॉलम पनि अशुद्ध शुद्ध १६४ २ १० जाफ़ अजीफ़ १६५ १ १४ azyhasa azghasa १६५ २ ३ अज्ज़ाजा प्रज्जाजी संधातिन संधानित निर्बलेता निर्बलता अज्निहह् अज्निहइ अज़फ़र अजफर जससे जिससे फ० फा० १ १५ कण्ठिक स्थि कण्ठिकास्थि ' २१ वित्मइयनी बिल्मइयनी '' २ २५ अज़मुरु कयह अजमुरु. कबह " २६ पायरिथ पाण्यस्थि १७१ १ ६ पश्चात् के पश्चात् १७३ १ ४० : अञ्जन प्रजनः २६ फिजौरे बिजौरे शुष्क शुष्क मुलेटी शुष्क शाँत शांत ३६ क्तेद मस्तिस्क मस्तिष्क १३ अश्वतन संयर्तन १ ११ अमिप्राय अभिप्राय जाता लाता ओहसी श्रोइसो शांता जाता ३२ युक मुलेठी पृष्ठ कॉलम पंक्ति शुद्ध १६७ २ २८ फ. फा० २० pliuliferapilulifera " " २३ बीजे बीज २०० २ २ लप्चू लिम्बू २०१ १ ४ जांक जोक atrapliyatrophy २०२ २ | ef Catchu Catecliu २ ४ करी कटारी २ १० स्त्रा स्त्री १ ११ ओर और २१५ १ ५ खु.स्यह खु.स्यह ६ फातह, फ़ोतह ७ खुस्यों खु.स्या " २६ पपावणा पाव(पेपा) २ ३६ लम्थे लम्बे ३७ विषमर्ती विषमवर्ती १५ पुष्पभ्यन्तर• पुष्पाभ्यन्तरकोष कोष की २ २८ होतो है होते हैं २२१ १ ३५ जाई लाई २७ बाइकावोंनेट बाइकार्बोनेट भीनन २२ ___ कह दान कद्द दाने सुहागा गा २२४ २ जौहर २२५ १ बिषयक विषयक २२६ २ १२ अपवर्तन संवर्तन २२८ २ २८ पुष्पसार पुष्पसार अतलस्पश अतलस्पर्श २३० २ ३५ वधता बँधती नैलि २३४ १ १२ अबाध्य अवाध्य २३५ १ १६ जव ज़ब कैद भोजन ३२ *## ! » * * सुहाग गो जौहर, युक्त की स० सं० वृंहण नारिपुष्प " ३ घंहा " २० नापुिष्प १६५ १ ३ वष । १६६ १ १० ओर " २ ६ क्योंकि १६७ १ - पुष्टिकारक " . " २० डॉक्टरा * * नैलिद और क्योंकि पष्टिकारक डॉक्टरी For Private and Personal Use Only

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