Book Title: Ayurvediya Kosh Part 01
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj

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Page 858
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir अस्थिसहारिका,-री अस्थ्यांतरिक बंधन Medica of India- R. N. khori. | अस्थूरि asthuri-दोष रहित । अथर्व० । सू० Part 11., p. 136.) प्रार० एन० चोपरा एम० ए०, एम० अस्थ्यकार: asthyangarah-स. प. डा०-इसके पत्र एवं कांड दक्षिण भारतवर्ष में हड्डीका कोयला । ( Animal charcoal, कदी के साथ व्यवहार में पाते हैं । मदरास में ! Bone charcoal.) पौधे के नवांकुरों को अन्तधूमाग्नि द्वारा भस्म अस्थ्यन्तरोय asthyantariya-स त्रि. कर इसको अजीण एवं अग्निमांद्य में बरतते हैं। (Interozseous ) हड्डी के भीतर का । (६० डू०६० पृ) ६०२) अस्थ्यान्तरि का पेशियाँ insthyan tarika अस्थिसंहारिका,री asthi-sanharika,-11 सं० स्त्रा० अस्थिसंहार । ( Vitis quad ___peshiyan-स. स्त्रो० ( Interossei) - अस्थि के भीतरी तरफ़ की पेशी । rangularis.) भा०पू०१भा०। अस्थि संहृत् asthi.sanhrit-सं० प अस्टपावरक asthyavaraka अस्थिसंहार । ( Vitis quadrangu- | अध्यावर asthyavirana ___laris) च० द० । भैष० भग्न-चि०। -हिं. प. अस्थिवेष्ट । ( Perios teum) अस्थिसारः asthi-sāran-स. पु. मजा। सिम्हाक, ज़री-१०। अस्थियों के ऊपर सौत्रिक ( Bone-narrow ) । रा० नि० व. तन्तु से निर्मित एक झिल्ली चढ़ी रहती है इसको भस्थ्यावरक कहते हैं। अस्थिसार स्थिता asthisār-sthita-स० अस्द asda-अ० शेर, सिंह । ( A lion.) स्ना० मजा । ( Bone-marrow.) अस.दरान asdaran )-अ० वह रगें जो अस्थिस्नेहः ॥sthi-sne hah- पु मज्जा। अस्.दग़ान asdaghān दोनों कनपुटियों - मज्जन । (Bone-marrow) रा०नि० के नीचे स्थित हैं । पुइपुड़ियों की रगें। व०१। अस.दी asdi-० (ब. व.), स.दी (५० अस्थिस्नेह सनः asthisneha sanjnyali व.) स्तन, कुच स्त्री का हो अथवा पुरुष का । -स0पु0 मज्जा । मगज-हिं० । (Marrow, (Breasts.) Pitb.) • tao o s | अस्दुल अदस asdul-aadsa-१० (१) शरट, अस्थिस्तेह सञ्चार: asthi-sneha-sancha. गिर्गिट( Chemelion)। (२) माज़रियून । - rah-स. पु० मज्जा, मज्जन । ( Ma (Mazariyun.)। (३)एक अप्रसिद्ध बूटी है। rrow) जिस बूटी के समीप यह होती है उस बटो को यह अस्थिस्रस' asthisransam.-स'. क्लो. नष्ट कर देती है। हड्डियों को तोड़नेवाला. अथव०।। अस्दुलअर्ज sdul-arza-१० (१ ) गिर्गिट, अस्थिक्षय asthi-kshaya-हि० सज्ञा प. [स0 ] अस्थि तोष, अस्थिनैर्बल्य । ( Ric. शरट ( Chemelion. ) । (२) एक अप्र. सिद्ध प्रोषधि है जिसके लक्षण के सम्बन्ध में kets, ) मतभेद है। कोई कोई इस्वीस. को कहते हैं। अस्थीकरणम् as thikaranam-स. क्ली. ... अस्थि विकाश, अस्थि बनना, कुर्रा का अस्थि | अस्नः asnah-सं० पुलालरस । अथवं० । बनना । (Ossification)। ताज.ज.म-अ० अस्थ्यातारक बधन asthyantan अस्थ्यांतरिक बंधन asthyantarika-ban. अस्थीयम् asthiyam-ल. क्ली० (Oss- dhana-सं० स्त्री० (Interosseous li... ein.) अस्थि का । । gament.) अस्थि का भीतरी बंधन । For Private and Personal Use Only

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