Book Title: Ayurvediya Kosh Part 01
Author(s): Ramjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
Publisher: Vishveshvar Dayaluji Vaidyaraj

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Page 880
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org प्रक्षिकुण्डः ८३८ श्रक्षिरोगः " का पेड़ । श्राच्छुक | ( Morinda cit श्रक्षिदण्ड akshidanda - हिं० सज्ञा प० rifola. ) ( Axis ) अक्ष । श्रक्षिकुडः akshi-kundah - सं० प ु० ( Or | श्रक्षिपञ्चकम् akshi-panchakam-स'0 bit) श्रक्षिखात | क्ली० श्रोत्र, त्वचा, रसना, नेत्र और नासिका । श्रक्षिकु'डीय रा० नि० ० १८ । akshi-kundiya-सं० fo ( Orbital ) अक्षिखात सम्बन्धी | अक्षिक्टः,-:akshi-kútal, kah-oप ० (i) Eye ball. ईषिका, नेत्रतारा, श्रक्षिगोलक | वा० सू० २ श्र० । ( २ ) गजाक्षिपुटक, जाति गोलक । हे० च० । श्रक्षिकृणितम् akshi-kúnitam स ं0 क्ली० श्रक्षिपदम akshi pakshma-स० क्ली० नेत्र लोम, श्रक्षिव, बरौंधी ( Eyelash, Cilia ) सु० शा ० ३ | १४ | श्रक्षिपाकात्ययः अपांग दृष्टि । ० श्रति कृष्ण गत रोग विशेष । कृष्णम् akshi-krishnam-स0 क्ली० नेत्र का काला भाग । शनप० । श्रक्षिखात akshi-khata - हिं० संज्ञा पु ं० अक्षिगुहा, नेत्रगुहा, श्रख के रहने के गड्ढे की गुफा ( Orbits of eyes, orbital cavity.) 1 अक्षिगु (गू) हा akshigu-gula-स ० हिं० सशा) स्त्री० आँख के गड्ढे । श्रख के रहने के गड्ढे की गुफा । ( Orbit of eyes. ) • प्र० शा० । - अक्षिगोल : akshi.golah - स ० प ० नेत्रतारा । (The ball or globe of t'e eye) वै० श० [सं० । अक्षिगोलक akshi golaka अक्षिगोलन् akshi-golam –सं० फ्ली आँख का ढेडन । (Ball of the eye-) अक्षिचालनी akshi-chalani - स ० स्त्री० ( Oculo-motor.) Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ० अक्षिपटल akshi-patala-हिं० संज्ञा प श्रक्षिपटलम् akshi-patalam- • क्लां० आँख का परदा । श्रख के कोए पर की झिल्ली । नेत्रपटल | पलक | ( Eye-lid, A coat of the eye-) प० akshipákátyal - स ० लक्षण - जिसकी आँखों से गरम पानी गिरने से फुन्सी हो श्राए । दोनों पटलों में शुक्ल फूला प्राप्त हो जाने से ये लक्षण होते हैं । जिसमें मूँग के समान शुक्ल हो वह असाध्य है और जो तीतर के पंख के समान ( काले रंग का ) हो उसको भी कोई कोई असाध्य कहते हैं । तीनों दोषों से जिसके नेत्रके काले भाग में चारों ओर से सफेदी छा जाती है उस नेत्रपाक को त्रिदोषज श्रक्षिपाकात्यय नामक नेत्र रोग वैद्यों को त्याग करने योग्य हैं। मा० नि० ।.. अक्षि लु: akshi pilu-सं० पु० महानिम्ब । अक्षिबुदबुदः aksh-budabudai सं० प ु० ( Melia azedarach ) बैo निघ० । ( Optic vesicle, Bulb of the eye.) श्रक्षिच्छादनम् kshichchhada numस ं०क्लो० अक्षिपचम, अतिवर्त्मन । (Eye-lashi, cilia ) रत्ता० । अक्षिणी akshini-सत्रो० चक्षु, नेत्र । अथ श्रक्षिमण्डलम् akshii-mandalam-सं० की ० नेत्रमण्डल । शतप० । akshi-blieshajamo to ( १ ) श्वेतलोध | सफेद लोध | मद० ० १ । पट्टिका रोध, पठानी लोध । रा० नि० व० ६ । ( २ ) नेत्रौषध, नेत्राञ्जन । For Private and Personal Use Only सू० २ । ३३ । का० १ | अक्षितारा akshi-tárá-foल'चा स्त्री० [स ं०] अक्षिरोग: akshi-rogah सं० प० नेत्ररोग, झाँख की पुतली । 'वक्षुरोग। ( An eye disease. )

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