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पूज्य श्री १०५ क्षुल्लक वर्णी मनोहर जी 'सहजानन्द' महाराज की
जीवन - झांकी
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श्रीयुत मनोहर जी मनोहर ही हैं । यह बहुत प्रतिभाशाली व्यक्ति है । इसकी धारणा शक्ति बहुत ही उत्तम है। यह एक बार ही में धारण कर लेता है ? हम से पूछो तो यह निकट -: इसका नाम तो परमेष्ठी मन्त्र में लिया जावेगा ।
- भव्य है
'गणेश वर्णी'
परमपूज्य गुरुवर्य श्री प्रातः स्मरणीय, अध्यात्मिक संत, विश्व हितैषी, प्रशान्तमूर्ति, न्यायाचार्य, पूज्यपाद श्री १०५ क्षुल्लक गणेश प्रशाद जी वर्णी महाराजके उक्त शब्द ही पर्याप्त हैं आप के जीवन का दिग्दर्शन कराने के लिये, फिर भी भक्तिवश में कुछ लिखने का असफल प्रयत्न कर रहा हूँ ।
शिशु मदनमोहनः
कार्तिक कृष्णा १० विक्रम सं० १९७२ - आज जिला झाँसी ( रियासत ओरछा ) के दमदमा ग्राम के इस छोटे से घर में यह हध्वनि कैसी ? यह प्रसन्नता क्यों ? मालूम हुआ कि आज