Book Title: Ashtavakra Mahagita Part 06
Author(s): Osho Rajnish
Publisher: Rebel Publishing House Puna

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Page 407
________________ घर में थोड़ी अड़चनें आएगी, पत्नी नाराज होगी, पति नाराज होगा। बेटे चिंतित होंगे कि डैडी को क्या हो गया? बच्चे स्कूल में जाएंगे, दूसरे बच्चे उन्हें पूछेगे, तुम्हारे डैडी को क्या हो गया? दिमाग खराब हो गया? गेरुवे कपडे क्यों पहन लिये, यह माला क्यों लटका ली? इलाज क्यों नहीं करवाते? मनोचिकित्सक को क्यों नहीं दिखलाते? यह होगा। यह बिलकुल स्वाभाविक है। जबसे तुमसे प्यार हुआ है दुश्मन सब संसार हुआ है गली-गली देती है गाली हर वातायन व्यंग्य सुनाता हर कोई अब पथ पर चलते अंगुली से मुझको दिखलाता मुझको अपराधी ठहराया प्रीति-रतन का चोर बताया मेरे अपनों का भी मुझसे बदला-सा व्यवहार हुआ है जबसे तुमसे प्यार हुआ है दुश्मन सब संसार हुआ है ऐसी खबर सुनी है जबसे सारा मधुबन रूठ गया है मुंह बोले का नाता था कुछ अब तो वह भी टूट गया है डाली-डाली मुझे चिढ़ाती क्यारी -क्यारी धूल उडाती कली-कली काटा बन बैठी फूल -फूल अंगार हुआ है मेरे अपनों का भी मुझसे बदला-सा व्यवहार हुआ है जबसे तुमसे प्यार हुआ है दुश्मन सब संसार हुआ है

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