Book Title: Aagam Manjusha 15 Uvangsuttam Mool 04 Pannavanaa
Author(s): Anandsagarsuri, Sagaranandsuri
Publisher: Deepratnasagar
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से किं तं खयरपंचिदियतिरिक्खजोणिया १, २ चउशिहा पं० तं० चम्मपक्खी लोमपक्खी समुग्गपक्खी विययपक्खी से किं तं चम्मपक्खी १ २ अणेगविहा पं० [सं० वग्गुली जलोया अडला भारंडपक्खी जीवंजीवा समुदवायसा कण्णत्ति पक्खिविरालिया जे यावन्ने तहष्पगारा, सेत्तं चम्मपक्खी से किं तं लोमपक्खी १, २ अणेगविहा पं० तं० ढंका कंका कुरला वायसा चक्कागा हंसा कलहंसा रायहंसा पायहंसा आडा सेडी बगा बलागा पारिप्पवा कोंचा सारसा मेसरा मसृरा मयूरा सत्तहत्या गहरा पोंडरीया कागा कामिजुया जुलगा ति तिरा वट्टगा लावा कवोया कविजला पारेवया चिडगा चासा कुकुडा सुगा बरहिणो मयणसलागा कोइला सेहा बरिल्लगमाई, सेतं लोमपक्खी से किं तं समुग्गपक्खी १ २ एगागारा पं० ते णं नत्थि इहं बाहिरएस दीवसमुद्देसु भवन्ति, सेतं समुग्गपक्खी से किं तं विययपक्खी ? २ एगागारा पं०, ते णं नत्थि इह, बाहिरएस दीवसमुद्देसु भवन्ति, सेतं विययपक्सी, ते समासओ दुबिहा पं० तं० संमुच्छिमा य गन्भवकंतिया य, तत्थ णं जे ते समुच्छिमा ते सधे नपुंसगा, तत्थ णं जे ते गम्भवकंतिया ते णं तिविहा पं० [सं० इत्थी पुरिसा नपुंसगा, एएसि णं एवमाइयाणं खयरपंचिदियतिरिक्खजोणियाणं पजत्तापजत्ताणं बारस जाइकुलकोडिजोणिपमुहस्यसहस्सा भवन्तीतिमक्खायं, 'सत्तट्ट जाइकुलकोडिलक्स नव अढतेरसाई च। दस दस य होन्ति नवगा तह बारस चेव बोद्धवा ॥ ११२ ॥ सेतं खयरपंचिंदियतिरिक्खजोणिया, सेत्तं पंचिंदियतिरिक्खजोगिया, सेत्तं तिरिक्खजोणिया । ३६। से किं तं मणुस्सा १, २ दुबिहा पं० तं संमुच्छिममणुस्सा य गम्भवकंतियमणुस्ता य से किं तं संमुच्छिममणुस्सा ?, कहिं णं भंते! संमुच्छिममणुस्सा संमुच्छति १ गो० ! अंतो मणुस्सखिने पणयालीसाए जोयणसयसहस्सेसु अढाइजेसु दीवसमुद्देसु पनरससु कम्मभूमीसु तीसाए अकम्मभूमीसु छप्पन्नाए अंतरदीवएसु गग्भवकंतियमणुस्साणं चैव उच्चारेसु वा पासव सुवा खेलेसु वा सिंघाणएस वा वंतेसु वा पित्तेसु वा पूएस वा सोणिएस वा सुकेसु वा सुकपुग्गलपरिसाडेसु वा विगयजीवकलेवरेसु वा श्रीपुरिससंजोएस वा नगरनिद्मणे या ससु चेव असुइट्टाणे, एस्थ र्ण संमुच्छिममणुस्सा संमुच्छंति, अंगुलस्स असंखेज्जइभागमेत्ताए ओगाहणाए असन्नी मिच्छादिट्टी अन्नाणी सचाहिं पज्जत्तीहिं अपजत्तगा अंनोमुहलाउया चेव कालं करेंति, सेतं समुच्छिममणुस्सा से किं तं गम्भवकंतियमणुस्सा १, २ तिविहा पं० तं० कम्मभूमगा अकम्मभूमगा अन्तरदीवगा, से किं तं अन्तरदीवगा ?, २ अट्ठावीसविहा पं० तं० एगोरुया आहासिया वेसाणिया गंगोला हयकन्ना गयकन्ना गोकन्ना सकुलिकन्ना आर्यसमुहा मेंढमुहा अयोमुहा गोमुहा आसमुहा हत्थिमुहा सीहमुहा वग्पमुहा आसकन्ना हरिकन्ना अकन्ना कण्णपाउरणा उक्कामुहा मेहमुहा विज्जुमुहा विज्जुदंता घणदंता लट्ठदंता गूढदंता सुद्धदंता सेनं अन्तरदीवगा, से किं तं अकम्मभूमगा ? २ तीसविहा पं० तं० पंचहिं हेमवएहिं पंचहिं हिरण्णवाएहिं पंचहि हरिवासेहिं पंचहिं रम्मगवासेहिं पंचहि देवकुरूहिं पंचहि उत्तरकुरूहिं, सेतं अकम्मभूमगा से किं तं कम्मभूमगा १२ पन्नरसविहा पं० [सं० पंचहिं भरहेहिं पंचहिं एवएहिं पंचहिं महाविदेहेहि, ते समासओ दुबिहा पं० सं० आ (य) रिया य मिलक्ख् य से किं तं मिलक्खू १, २ अणेगविहा पं० तं० सगा जवणा चिलाया सबरबन्चरमुरंडोट्टभडगनिण्णगपकणिया कुलक्खगोंडसिंहलपारसगोधा काँच अंबडलदमिलचिल्लपुलिंदहाणरोस दो चचोकाणगन्धा हारवा बहलियअज्झलरोमपासपडसा मलया य बंधुया य सूयलिकोंकणगमेयपल्हवमालवमग्गरआभासिया कणवीरल्हसियखसा खासियणेदूरमॉढडोंबिलगलओसपओसककेय अक्खागहूणरोमगभरुमरुयचिलायवियवासी य एवमाई, सेतं मिलक्खू से किं तं आ (य) रिया १, २ दुबिहा पं० [सं० इढिपत्ता (य) रिया य अणिढिपत्ता (य) रिया य से किं तं इढिपत्ता (य) रिया १, २ छविहा पं० नं०. अरहंता चकचट्टी बलदेवा वासुदेवा चारणा विजाहरा, सेतं इढिपत्ता (य) रिया से किं तं अणिढिपत्ता (य) रिया १, २ नवविहा पं० नं०- खेत्ता (य) रिया जातिआ (य) रिया कुलारिया कम्मारिया सिप्पारिआ मासारिया नाणारिया दंसणारिया चारित्तारिया से किं तं खेत्तारिया १, २ अछडीसतिविहाणा पं० तं० रायगिह मगह चंपा अंगा तह तामलित्ति वंगा य कंचणपुरं कलिंगा वाणारसी चैव कासी य ॥ ३ ॥ साएय कोसला गयपुरं च कुरु सोरियं कुसट्टा य कंपि ं पंचाला अहिछत्ता जंगला १० चेव ॥ ४ ॥ बारवई सोरडा मिहिल विदेहा य वच्छ कोसंबी । नंदिपुरं संडिला महिलपुरमेव मलया य ॥ ५ ॥ वइराड वच्छ वरणा अच्छा तह मत्तियावइ दसण्णा सोत्तियवई य चेदी वीयभयं सिंधुसोवीरा २० ॥ ६ ॥ महरा य सूरसेणा पाचा भंगी य मास पुरिवा सावत्थी य कुणाला कोडीवरिसं च लाटा य ॥ ७ ॥ सेयवियाविय जयरी केकयअहं च २५॥ आरियं भणियं । इत्युप्पत्ती जिणाणं चक्कीणं रामकण्हाणं ॥ ८ ॥ सेत्तं खेत्तारिया से किं तं जाइआरिया १, २ छविहा पं० तं अंबडा य कलिंदा य, विदेहा वैदगाइया हरिया चुंचुणा चेव, छ एया इन्भजाइओ ॥ ११९ ॥ सेनं जाइआरिया से किं तं कुलारिया १, २ छबिहा पं० [सं० उग्गा भोगा राइन्ना इक्खागा णाया कोरबा, सेतं कुलारिया से किं तं कम्मारिया १, २ अणेगविहा पं० तं० दोसिया सुत्तिया कप्पासिया सुत्तवेयालिया भंडवेयालिया कोलालिया नरवाहणिया जे यावन्ने तहम्पगारा, सेत्तं कम्मारिया से किं तं सिप्पारिया १, २ अणेगविहा पं० सं०. तुष्णागा तंतुवाया पट्टागा दे (प्र० रा वे) या वरुडा ६८१ प्रज्ञापना - १
मुनि दीपरत्नसागर
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