Book Title: Aagam Manjusha 15 Uvangsuttam Mool 04 Pannavanaa
Author(s): Anandsagarsuri, Sagaranandsuri
Publisher: Deepratnasagar

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Page 49
________________ कयरे०?, गो०! सनत्योवे अलोगस्स दबट्टयाए एगे अचरमे वरमाई असंखि० अचरमं चरमाणि य दोवि विसेसा० पएसट्टयाए सवत्थोवा अलोगस्स चरमन्तपदेसा अचरमन्तपएसा अर्णतगुणा चरमन्तपदेसा य अचरमन्तपदेसा य दोवि विसे० दबटुपएसट्ठयाए सवत्थोवे अलोगस्स एगे अचरमे चरमाई असंखेज अचरमं च चरमाणि य दोषि विसेसा चरमन्तपएसा असंखे० अचरमन्तपएसा अणन्त चरमन्तपएसा य अचरमन्तपएसा य दोवि विसे०, लोगालोगस्स णं भंते! अचरमस्स य चरमाण य चरमन्तपएसाण य अचरमन्तपए - साण य दबट्ठयाए पएसट्ठयाए दबटुपएसट्टयाए कयरे०१, गो०! सबत्योवे लोगालोगस्स दबट्टयाए एगमेगे अचरमे लोगस्स चरमाइं असंखे० अलोगस्स चरमाइं विसेसा० लोगस्स य अलोगस्स य अचरमं च चरमाणि य दोवि विसेसा० पएसट्ठयाते सबत्योबा लोगस्स चरमन्तपदेसा अलोगस्स चरमन्तपदेसा विसेसाहिआ लोगस्स अचरमन्तपएसा असंखे० अलोगस्स अचरमन्तपएसा अणन्त० लोगस्स य अलोगस्स य चरमन्तपदेसा य अचरमन्तपदेसा य दोवि विसे० दबटुपएसट्टयाए सबथोवे लोगालोगस्स दवट्ठयाए एगमेगे अचरमे लोगस्स चरमाई असंखे० अलोगस्स चरमाई विसेसा० लोगस्स य अलोगस्स य अचरमं चरमाणि य दोवि बिसेसा० पएसट्ठयाए लोगस्स चरमन्तपदेसा असंखे० अलोगस्स य चरमन्तपएसा विसे लोगस्स अचरमन्तपएसा असंखे. अलोगस्स अचरमंतपएसा अणंत लोगस्स य अलोगस्स य चरमन्तपएसा अचरमन्तपएसा य दोवि विसे०सबदबा बिसे० सबपएसा अणंत सवपजवा अणंतगणा। १५६। परमाणपोग्गले णं भंते ! किं चरिमे अचरिमे अवत्तत्रए चरमाई अचरमाई अवत्तवयाइं उदाह चरिमे य अचरिमेय उदाह चरमे अचरमाइंच उदाह चरमाई अचरमेय उदाहु घरमाई अचरमाईच पढमा चउभंगी १० उदाहु चरिमे य अवत्तवए य उदाहु चरमे य अवत्तवयाई च उदाहु चरमाई च अवत्तथए च उदाहु चरमाई च अवउत्तबयाई च चीया चउभंगी उदाहु अचरिमे य अवत्तथए य उदाहु अचरमे य अवत्तवयाई च उदाहु अचरमाई च अवत्तवए य उदाहु अचरमाई च अवत्तवयाई च तइया चउभं गी उदाहु चरमे य अचरमे य अवत्तवए य उदाहु चरमे य अचरमे य अवत्तबयाई च २० उदाहु चरमे य अचरमाई च अवत्तबए य उदाहु चरमे य अचरमाई च अवत्तवयाई च उदाहु चरमाई च अचरमे य अवत्तवए य उदाहु चरमाई च अचरमे य अवत्तवयाई च उदाहु चरमाई च अचरमाइं च अवत्तत्रए य उदाहु चरमाई च अचरमाई च अवत्तवयाई च एते उदीर्स मंगा, गो! परमाणुपोग्गलेनोचरमे नो अचरम नियमा अवत्तवए, सेसा भंगा पडिसहयवा।१५७।दुपएसिएणं भंते! संधपुच्छा, गो०! दुपएसिए खंघे सिय चरम नो अचरमे सिय अवत्तबए, सेसा भंगा पडिसेहेयचा, तिपएसिए णं भंते ! पुच्छा, गो! तिपएसिए खंधे सिय चरमे नो अचरमे सिय अवत्तबए नो चरमाई नो अचरमाई नो अबतब्बयाई नो चरमेय अचरमेय नो चरमे य अचरमाईच सिय चरमाई च अचरमे य नो चरमाई च अचरमाई च सिय चरमेय अवत्तबए य, सेसा भंगा पडिसेहेयधा, चउपएसिए ण भंते! खंधे पुच्छा, गो०! चउपएसिए णं खंधे सिय चरमे नो अचरमे सिय अवत्तए नो चरमाई नो अचरमाई नो अवत्तवयाई नो चरमे य अचरमे यनो चरमे य अचरमाईच सिय चरमाई अचरिमे य सिय चस्माई च अचरमाई च सिय चरमे य अवत्तवए य सिय चरमे य अवत्तबयाई च नो चरमाई च अवत्तत्रए य नो चस्माई च अवत्तवयाई च नो अचरमे य अवत्तव्वए य नो अचरमे य अवत्तवयाई च नो अचरमाईच अवत्तवए य नो अचरिमाई च अवत्तवयाई चनो चरमे य अचरिमेय अवत्तबएय नो चरिमे य अचरिमे य अवत्तश्याई च नो चरमे य अचरमाई च अवत्तवए य नो चरमे य अचरमाई च अवत्तव्बयाई च सिय चरमाई च अचरिमे य अवत्तव्वए य, सेसा भंगा पडिसेहेयब्वा, पंचपएसिए णं भंते! खंधे पुच्छा, गो०! पंचपएसिए खंधे सिय घरमे नो अचरमे सिय अवत्तव्वए णो चरमाई णो अचरमाई नो अवत्तव्बयाई सिय चरमे य अचरमे य नो चरमे य अचरमाई च सिय चरमाई च अचरमे य सिय चरमाईच अचरमाई च सिय चरमे य अवत्तव्वए य सिय चरमे य अवत्तब्बयाई च सिय चरमाई च अवत्तव्वए य नो चरमाई च अवत्तव्ययाई चनो अचरमेय अवसव्वए य नो अचरमे य अवत्तब्वयाई च नो अचरमाई च अक्त्तव्वए य नो अचरमाई च अवत्तब्वयाई च नो चरमे य अचरमे य अवत्तव्बए य नो चरमे य अचरमे य अवत्तब्वयाई च नो चरमे य अचरमाई च अवत्तव्बए य नो चरमेय अचरमाई च अवत्तव्बयाई च सिय चरमाईच अचरमेय अवत्तव्वए य सिय चरमाईच अचरमेय अवत्तब्बयाई च सिय चरमाई च अचरमाई च अवत्तव्वए य नो चरमाई च अचरमाई च अवत्तव्बयाई च, छप्पएसिए ण मंते! पुच्छा, गो०! छप्पएसिएकसंधे सिय चरमे नो अचरमे सिय अवत्तब्वए नो चरमाई नो अचस्माई नो अवत्तव्बयाई सिय चरमे य अचरमे य सिय चरमेय अचरमाईच सिय चरमाईच अचरमे य सिय चरमाई च अचरमाई च१० सिय चरमे य अवत्तब्बए य सिय चरमे य अवत्तव्बयाई च सिय चरमाई च अवत्तब्बए अ सिय चरमाई च अवत्तव्बयाई च नो अचरमे य अवत्तब्बए य नो अचरमे य अवत्तव्वयाई च नो अचरमाइं च अवतब्बए य नो अचरमाइंच अवत्तवयाई च सिय चरमे य अचरमे य अवत्तथए य नो घरमे य अचरमे य अवत्तवयाई च नो चरमे य अचरमाइं च अवत्तबए य नो चरमे य अचरमाइंच अवत्तबयाईच सिय चरमाईच अचरमे य अवत्ताए य सिय परमाइंच अचरमे य अवत्तबयाईच सिय घरमाइंच अचरमाइंच अवत्तव्यए य सिय चरमाई (१८ ७२० प्रज्ञापनाप-१० मुनि दीपरत्नसागर

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