Book Title: 24 Tirthankar Saraswatidevi Pramukh Tirth Dev Devi Mahapoojan Author(s): Publisher: ZZZ UnknownPage 22
________________ KAKAKAKAKAKILALAKALLAKLAKLAKAJLAJKLALAMANLARLA पूजन) वायुकुमार आव्हान- ॐ ही वातकुमाराय विघ्नविनाशनाय महीं पूतां कुरु कुरु स्वाहाः। मेघकुमार आव्हान- ॐ हीं मेघकुमाराय धरां प्रक्षालय प्रक्षालय हफुट् स्वाहा। गुरू-स्मरण- गुरूपादुका पूजन येन ज्ञानप्रदीपेन, निरस्याभ्यंतरं तमः, ममात्मा निर्मली चक्रे, तस्मै श्री गुरूवे नमः॥ ॐ एँ क्लौँ ह्रीँ श्री हूँ: स्फे सहस्त्रकमल वरयूँ हसौँ रहौं गुरु पादुकाभ्यो नमः। गुरुपादुकां पूजयामि नमः॥ मुद्रापंचक द्वारा आव्हान: आव्हान मुद्रा : ॐ आँ क्रौँ ही चतुःवीशंति तीर्थंकरा:अत्र आगच्छ आगच्छ स्वाहा संवोषट्। स्थापन मुद्रा : ॐ आँ क्रौँ ही श्री चतु:वीशंति तीर्थंकरा:अत्र तिष्ठः तिष्ठ ठः ठः संन्निधान मुद्रा : ॐ आँ क्रौँ ही श्री चतुःवीशंति तीर्थंकराः मम संन्निहिता भव भव वषट्। LAJX Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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