________________
52. जितनी शक्ति माँ के मौन आशीर्वाद में | 63. हम ही सही नहीं होते है, दूसरे भी सही
होती है, उतनी ही शक्ति माँ के निःश्वास होते हैं। (आह) में भी होती है।
64. बातचीत में महत्वपुर्ण है 'रिश्तों का आदर' 53. मौन आर्शीवाद इन्सान को महान बनाते
करना। है और निः श्वास (आह) उसे कभी सुखी | 65. तकरार से नहीं जीतें, मित्रता खोए बगैर होने नहीं देते।।
तर्क से जीतें। 54. बोलना एक कला है, चुप रहना सर्वश्रेष्ठ | 66. अपनी खूबियों को पहचाने, खामियों को कला है।
समझे। 55. व्यक्ति जितना बोलकर कष्ट पाता है, उतना | 67. जो भी करो दिल से करो। मौन रहकर नहीं।
68. फैसला करने के पहले, फासले मिटा लो। 56. कम बोलने का गुण आ जाये तो व्यक्ति तब ही आराधक बनोगे ना?? बहुत बड़ा साधक बन जाता है।
69. जरुरी कुछ नहीं होता, जरुरत होती है। 57. दयालुता ऐसी भाषा है, जिसे बहरा भी 70. भाग्य मत जानिये, भाग्य बनाने में जुट
सुन सकता है, अन्धा भी देख सकता है। जाइये। 58. मौन रहने के 10 गुण - जीवन की श्रेष्ठ 71. जब बहस करना बेकार लगे, तो चुप रहना
शक्ति है 1. क्रोध नहीं आए। 2. लड़ाई बेहतर है। जब बहस करना अच्छा न लगे नही हो। 3) झूठ का पाप नहीं लगे 4) तो चुप रहना बेहतर है। अभिमान नहीं आए। 5. समय खर्च नहीं
72. बुद्धिमान व्यक्ति कम बोलते हैं, उनकी हो। 6. शक्ति नहीं घटे। 7. बुद्धि भ्रष्ट नहीं
आवाज अधिक सुनी जाती है। मौन सर्वोत्तम हो। 8. कर्मो का बंध नहीं हो। 9. नीच गति
नीति है। में नहीं जावे। 10. वचन लब्धि प्रगट हो।
73. मन के मौन में सभी प्रश्नों के उत्तर होते है। 59. मौन रहो या वो बात कहो जो मौन से श्रेष्ठ
74. घर के अभिभावक ही जब गलत राहों पर हो।
चलते हैं, तब छोटे चलेंगे ही। 60. उपवास शारीरिक भार से बचाता है, तो
75. भीड़ अनुकरण करती है, सत्य का मौन मानसिक भार से।
अवलोकन नहीं। 61. जब आपका काम बोल रहा है तो आप न | 76. अपनी खुशियाँ गिनो, दुःख नहीं - अपने बोलें।
दोस्त गिनो दुश्मन नहीं। ‘अभाव' को स्वभाव 62. मौन रहकर आपको एक बात का अफसोस न बनाये।
हो सकता है और बोलकर कई बातों का, | 77. भीतर का भीतर में जीना ही अध्यात्म - परन्तु एक चुप सौ विवादों को टालता है। । सुख है।