Book Title: Vinay Bodhi Kan
Author(s): Vinaymuni
Publisher: Shwetambar Sthanakwasi Jain Sangh

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Page 325
________________ अच्छे अध्ययनशील आपको धन्यवाद देते है। छपाकर उनसे | 'विनय बोधि कण' पुस्तक मिल गई है, आभार सहित लाभान्वित हो हमारे साधर्मी। यही उद्देश्य है। आभार! | बहुत ही अच्छी व शिक्षाप्रद है। आशीर्वाद की प्रतीक्षा में'माणकचंद छाजेड़, मेड़ता (राज.) संदीपकुमार मोहनलाल ललवानी, पड़ाना (म.प्र) 'विनय बोधि कण' हमारे पास है। जो आपके द्वारा भेजी I am by caste Gujrati but i know to read hindi Lanगई है। सद् साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए धन्यवाद। guage and I will read regularly. Thanks! श्री जैन संघ ग्रंथालय, बालोद (C.G) Kutch Vikas, Mumbai (M.S.) प्रेषित ग्रन्थ 'विनय बोधि कण' यथा समय प्राप्त हो गया। ज्ञानार्थे मिल गई है और भी अन्य कोई किताबे हो तो उच्च कोटि का साहित्य है। भेजिए ललवाणी सेल्स कोर्पोरेशन, राजनांदगांव (C.G.) मुकेश महेता स्था. जैन संघ, डोम्बीवली (M.S.) 'विनय बोधि कण' सदुपयोग कर रहे है, सुखद कृति है। Received from you Vinay Bodhi Kan by Regd Post पुस्तक के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। Parcel. Thanks R.K.कोठारी, दुर्ग (C.G.) Rajanikant Modi, Upleta (Guj) 'विनय बोधि कण' प्राप्त हआ, जिसे स्वाध्याय हेतु स्थानक भवन के वाचनालय में रखा जावेगा। जिससे अधिक से आपना तरफथी विनय बोधि कण' ग्रन्थ पुस्तक मलेल। बह उत्तम अने स्वाध्याय माटे उपयोगी छे. समालोचना अधिक लोग ज्ञानार्जन लाभ उठाएंगे। समय रीते कल्याण मां आवी जशे. लागणी बदल आभार। प्रकाशचंद नाहर, कवर्धा (C.G) कल्याण प्रकाशन, सुरेन्द्रनगर (गुज.) 'विनय बोधि कण' ग्रन्थ ज्ञानवर्धक, पठनीय एवं मननीय मांडवीना त्रणे उपाश्रयमां वाराफरती वांचन करावीशुं ते जाणशोजी मूलचंद गोलछा, दल्लीराजहरा (C.G) मांडवी जैन संघ (गुज.) 'विनय बोधि कण' बहुत ही मूल्यवान है। प्रसिद्ध थयेल पुस्तक विनय बोधि कण' वांचवामां रस राजेन्द्रकुमार चोपड़ा, श्री व.स्था. जैन श्रावक संघ कुशलगढ़ होवाथी, आभार मानुं छु। . (राज) __श्रावक - माणेकचंद, नलिया (कच्छ) 'विनय बोधि कण' पुस्तक मुझे पढ़ने को मिली। पू. गुरूदेव नो पुस्तक मली गयेल छ। खूब ज आनंद जितेन्द्र बांठिया, S.v.s जैन संघ, बाड़मेर (राज) | थयो, पुस्तक खूबज ज्ञान सभर छ। भरतभाई, राणपर (गुज.) 'विनय बोधि कण' पुस्तक को देखने से ही ज्ञान का खजाना एवं अति आकर्षक प्रतीत होती है। अमे बधा आपने पले पले याद करीए छीए 'विनय बोधि . शान्तीलाल पोरवरना, भीलवाड़ा (राज.) कण' घणुज सरल छ। बेंगलोर वहेला पधारो। सुरेशभाई शाह 'विनय बोधि कण' ग्रन्थ हमने सांचोरी संघ में रखवा दिया सपना बुक हाउस गांधीनगर, बेंगलोर (कर्नाटका) है। धर्म प्रेमी श्रावक पढ़कर लाभ लेंगे। पुस्तक बहुत ही उच्च कोटि का है। हीरा माणेकसे अधिक कीमती है, लाभार्थी परिवारने वरिष्ठ -श्रावक, बाबूलाल मेहता, मुम्बई (M.S.) वंदन। Our Pranam to Maniben Kirtilal Mehta for such जयन्तीभाइ संघवी, नारणपुरा स्था.संघ, अहमदाबाद (गुज.) • noble contribution. राजकोट मां ६० उपाश्रयोंमां लगभग बधी जग्या मली __Binod Kumar Bagchar, गयेल छ। S.M.J. Tirtharaksha Trust, Ranchi (झारखण्ड) जयसूर्यभाई पंचमिया, राजकोट (गुज.)

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