Book Title: Vinay Bodhi Kan
Author(s): Vinaymuni
Publisher: Shwetambar Sthanakwasi Jain Sangh

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Page 308
________________ पुस्तकें हम जैसे स्वाध्यायियों के साथ साथ तत्व ज्ञान सीखने तप की आराधना मानसिक पवित्रता और आत्म शुद्धि मूलक की रूचि रखने वालों के लिए भी अत्यन्त उपयोगी सिद्ध पवित्रता जीवन में अवगाहन करने की प्रेरणा मिलती है। इसमें होगी। मूल्यात्मक चेतना की सम्पूर्ण अभिव्यक्ति का प्रयास किया दिनेशचंद जैन, जोधपुर (राज.) गया है। मानमल कुदाल, उदयपुर (राज) अति सुन्दर पुस्तकें, तीनों पुस्तकें समयानुकूल विषय पर केन्द्रित है। जीवन को Practical स्वाद कराने वाली है। पुस्तकें मुझे 'विनय बोधि कण' कई सज्जनों ने उसे देखी एवं पढ़ी है तथा भेजने में, मेरा चयन आप द्वारा होने पर मुझे बहुत प्रसन्नता है। अति प्रमोद भाव व्यक्त किए है। मेरी लाईब्रेरी से उस महाग्रन्थ सम्पत कोठारी, पाली मारवाड़ (राज.) का अच्छा सदुपयोग हो रहा है। ज्ञान पंचमी के दिन भी वांचन किया गया। इस ग्रन्थ की समीक्षा तो यही है कि इतना अच्छा 'विनय बोधि कण' ग्रंथ प्राप्त हुआ। धर्मनिष्ठता के प्रति यह सुंदर पठनीय ग्रन्थ मेरी देखने में पहली बार आया है। आप एक ज्वलंत उदाहरण है। ऐसे ही धर्म के प्रति आपके सदैव लोगों ने अहिन्दी भाषी क्षेत्र होते हुए भी इतना अच्छा प्रकाशन कदम बढ़ते रहे, जिससे आत्मा उज्जवल व पवित्र बनकर किया, सो धन्यवाद! शाश्वत सुखों की ओर अग्रसर हो। किताब का संकलन बहुत L.C जैन, छोटी कसरावद (म.प्र.) ही अच्छे तरीके से किया गया है। सुभाष चंद मालू, बुलडाणा (महाराष्ट्र) 'विनय बोधि कण' गागर में सागर के अनुरूप एक विशाल ग्रंथ के रूप में तैयार हुआ है। मोक्ष मार्ग में प्रथम सोपान के रूप 'विनय बोधि कण' ग्रन्थ बहुत ही लाजवाब है। जिसके लिए में अत्यन्त उपयोगी है। समय समय पर प्रकाशित सभी पुस्तकें मणिबेन कीर्तिलाल मेहता ट्रस्ट धन्यवाद का पात्र है। आदरणीय प्राप्त होती रही है। मैंने सन् ८७ से स्वाध्यायी सेवा दे रहा हूँ। विनयमुनिजी म.सा.का चातुर्मास, रायपुर का आज भी लोगों इससे काफी जानकारी प्राप्त हुई। के स्मृति पटल पर अंकित है। 'विनय बोधि कण' का संपादन, ताराचंद लोढ़ा, 'आनंद' बालाघाट (म.प्र.) संकलन व प्रकाशन (प्रथम भाग) का रायपुर से ही हुआ था। पत्रकार - ओमप्रकाश बरलोटा, रायपुर (छत्तीसगढ़) 'विनय बोधि कण' ग्रन्थ प्राप्त हआ। ग्रन्थ अपने आप में विशिष्ट है। जिसमें जैन धर्म के मूल सिद्धान्तों का आकर्षक एवं मैनें सारी पुस्तकें रीडिंग तो कर ली है पर चिन्तन अभी बाकी ग्राह्य रूप में निरूपण किया गया है। यह ग्रन्थ अनन्त उपयोगी है। मुझे पुस्तकें अच्छी लगी। आज के भागम - भाग के युग में है। आपने यह ग्रन्थ भेजकर श्री संघ भानपुरा पर अनन्त बच्चों के लिये भी ये पुस्तकें उपयोगी है। इन्हे बच्चे चाहें तो उपकार किया है। आसानी से पढ़कर आगम के गूढ़ रहस्यों को जान सकते है। विमलकुमार चोरड़िया, पूर्व सांसद, विधायक, भानपुरा (म.प्र). जीवन को कैसे जीना, यह समझ सकते है। श्रीमती रतन चोरड़िया, जोधपुर (राज) आपने जो हमारे लिए परिश्रम किया और हमको धर्म मार्ग पर लगाया उसके लिए धन्यवाद के पात्र है, और भविष्य में भी तत्व चिन्तन साधना से आगमाम्बुधि से मुक्ता अन्वेषित कर आप समाज जनों के लिए प्रेरणा स्रोत बनें। यही हमारी श्री जैन युवा उत्कर्ष संस्कार शिविरार्थियों के तथा स्वाध्याय आपके लिए शुभ कामना है। आपकी भेजी हुई 'विनय बोधि इच्छुकों के ज्ञान कोष को समृद्ध बनाने का वरदान तुल्य कण' मेरे को मिल गई है। मैं आपका ऋणी हूँ, आपके कहे प्रयास किया है। समाज में नैतिक एवं चारित्रिक शुद्धता के अनुसार खुद स्वाध्याय करूँगा और सभी समाज जनों को भी विकास की अत्यन्त आवश्यकता के लिए इस प्रकार के संस्कार स्वाध्याय के लिए प्रेरित कर स्वाध्याय करने की अपील करूँगा। शिविर भगवान महावीर के उपदेशों एवं जैन सिद्धांतों को जीतमल जैन, आगर (म.प्र) जीवन में आचरण शुद्धि का क्रियात्मक कायाकल्प कराते हैं। देवेन्द्रनाथ मोदी, जोधपुर (राज.) 'विनय बोधि कण' ग्रन्थ मेरे स्वाध्याय ज्ञान हेतु अनमोल खजाना है। इस ग्रन्थ का प्राप्त होते ही अध्ययन प्रारम्भ कर प्रकाशित सामग्री में अहिंसा-समता वैराग्य, अप्रमाद, अनासक्ति, | दिया है। यह ग्रन्थ ज्ञान का खजाना है। मुझे यह ग्रन्थ प्राप्त निस्पृहता. सहिष्णुता, ध्यान सिद्धि, उत्कृष्ट संयम साधना | होते ही इतनी प्रसन्नता हुई, जैसे मुझे कोहीनूर मिल गया हो।

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