Book Title: Uttaradhyayan Ek Samikshatmak Adhyayan
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha

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Page 494
________________ खण्ड 2, प्रकरण :8 छन्दोविमर्श ____ 465 465 अध्ययन 10 चूणि के अनुसार इस अध्ययन में वृत्त हैं, गाथाएँ नहीं हैं। अध्ययन 11 इसमें 32 श्लोक हैं। उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाया छन्द-१३,२।४।५।१; 6 / 1,3; 7 / 16 / 3; 1011, 11 / 3; 13 / 1,215 / 1,2 16 / 1,4,17 / 4 / 18 / 1,3,4; 19 / 1,2, 2011,4,21 / 1,3,4,22 / 1,3,4, 23 // 1,3,4,24 / 1,4;25 / 1,3,4,26 / 4; 27 / 1,4;28 / 1,3,4,26 / 1,4; 30.1,3,4 वंशस्थ छन्द-३१ अनुष्टुप् छन्द-उक्त श्लोकों के शेष चरण व अवशिष्ट श्लोक / अध्ययन 12 इसमें 47 श्लोक हैं / उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाथा छन्द-४।३,४ उपजाति छन्द-६ से 17; २०से२५; २७से 33, ३५से४७ इन्द्रवज्रा छन्द-१८१६ अनुष्टुप् छन्द-४।१,२ व अवशिष्ट श्लोक / २६वें श्लोक का तीसरा चरण चम्पकमाला . छन्द के सदृश है। अध्ययन 13 . इसमें 35 श्लोक हैं / उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाथा छन्द-१,२,३,६।१।६।१२८।२;२६।१ इन्द्रवज्रा छन्द-२४ उपजाति छन्द-१० से 15:17 से 23; 25 से 27; 30 से 35 अनुष्टुप् छन्द-उक्त श्लोकों के शेष चरण तथा अवशिष्ट श्लोक / अध्ययन 14 __ इसमें 53 श्लोक हैं / उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाथा छन्द-२२।३।२६।२;४६।४;४७।३,५२।१,५३।१ उपजाति छन्द-१ से 20; 28 से 37,40,41 अनुष्टुप् छन्द-उक्त श्लोकों के शेष चरण व अवशिष्ट श्लोक / अध्ययन 15 इसमें 16 श्लोक हैं / वे इन्द्रवज्रा की कोटि के वृत्त हैं।

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