Book Title: Uttaradhyayan Ek Samikshatmak Adhyayan
Author(s): Tulsi Acharya, Nathmalmuni
Publisher: Jain Shwetambar Terapanthi Mahasabha

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Page 495
________________ उत्तराध्ययन : एक समीक्षात्मक अध्ययन अध्ययन 16 ___ इसमें 17 श्लोक हैं / उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाथा छन्द-५।२६।२।११।४।१२।२,४,१७।१ अनुष्टुप् छन्द-उक्त श्लोकों के शेष चरण व अवशिष्ट श्लोक / अध्ययन 17 - इसमें 21 श्लोक हैं / उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाथा छन्द-३।३,४,४।१,२,४,५।१,४; 6 / 4;7 / 3,4;8 / 4 / 6 / 2,3,4,10 // 3,4,11 / 3,4; 12 / 4;13 / 1,4,14 / 1,4,15 / 4;1614;1714,18 / 3,4,16 / 3,4. उपजाति छन्द-१;२२०;२१ उपेन्द्रवज्रा छन्द-६।३ अनुष्टुप् छन्द-उक्त श्लोकों के शेष चरण व अवशिष्ट श्लोक / अध्ययन 18 ___ इसमें 53 श्लोक हैं। उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाथा छन्द-३।१,४११,३,५३१,६।४; 7 / 18 / 3; 6 / 1,2,3; 1013; 11 / 2; 15 / 2;18 / 3; 19 / 321 / 1,3,4;22 / 3; 23 / 1,3; 2812,4,30 / 4; 31 / 1,3; 33 / 1,2; 34 // 3,35 // 2,3;36 / 4;3711,40 / 2,4134,4331,2,48 / 1,4 अनुष्टुप् छन्द-उक्त श्लोकों के शेष चरण व अवशिष्ट श्लोक / अध्ययन 19 इसमें 18 श्लोक हैं। उनका छन्द-बोध इस प्रकार हैगाथा छन्द-१।३,४।१,३,५१२,३,६।२;७११,२,४,८।१,३,६।३।१३।३।२८।१।२६।१,३११४; 32 // 3,34 / 3,373339 / 3; 4531,3,4711,3,48 / 3;46 / 3,5112,52 / 3; 53 / 1,54 / 1;55 / 1;56 / 1; 59 / 4; 6013; 62 / 2, 63 / 4; 64 / 1,3,66 / 1; 68 / 2,371 / 2; 72 / 4;73 / 4; 75 / 1; 76 / 1;81383 / 3; 84 / 1;85 / 1; 86 / 2;62 / 4;64 / 1 उपजाति छन्द-१०,६७१ अनुष्टुप् छन्द-उक्त श्लोकों के शेष चरण व अवशिष्ट श्लोक / श्लोक-८८ / यह गाथा छन्द की परिगणना में आ सकता है, किन्तु गण गाथा छन्द के अनुरूप नहीं है।

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