Book Title: Tran Prachin Gujarati Krutio Author(s): Sharlotte Crouse, Subhadraevi Publisher: Gujarat VidyasabhaPage 75
________________ કર १७ अ. राषि २, ब. राषिवा.१८ ब. कोई; अ. सपुरांणो; ब. ताहरीइं.१९ ब. पुहुवी; किय.२० ब. श्रुष. २२ ब. 'केसरियो मनरंजणो' २॥ ५।४ नथी; 'कंसारी भीडि= भंजनो' २0 ४ आमाणे। छ. मुड. २३ ब. सो पास मुहुर पूजीयो; घूघे जसो; नव.२४ अ. मोडडणो; ब. 'सो वेलु पास लोडणो' २१॥ ५।४ नथी.२५ अ. दक्षणश; ब. अंतरीक; स अंतरीष्य.२६ ब. स. भोगंदरा; ब. स. विषन्न; अमीझरू अनीझरो.२७ ब. स. श्री पर्वता.२८ ब. लाक पुरणो २९ अ. नारिंग गदे.३० अ. दषि.३१ ब. आराधिई.३२ ब. भत्तुं, स. भत्तु.३३ ब. स. विजय आदिमो ३४ अ. शौरूप, ब. 'सुरूप सोम' मा पा नथी. ३५ ब. सहीनव; ब. इडरो, स. ईदरो; ब. घुसी, ब. स. अंग साटको.-- ३६ ब. स. कुर्कटेस्वरो.३७ ब. नागुहुरी, स. नागुहुरि; ब. स. गंभीरपुरे षई भण्यो. ३८ ब. अणलवरे; ब. फलविधि, स. फलवधि; ब. स. आस्या; अ. खुडा.. ३९ अ. गुडीचे; ब. चूटणो, स. चुतणो,४० ब. स. जालोर. ४१ ब. जवाछ, स. जवाब; अ. कुकण; ब. स. कल्ली; ब. चउपट; ब. स. साउ. ४२ ब. त्रिभुन.Page Navigation
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