Book Title: Tirthankar 1974 04
Author(s): Nemichand Jain
Publisher: Hira Bhaiyya Prakashan Indore

View full book text
Previous | Next

Page 3
________________ क्या कहाँ विद्यानन्द-खण्ड (७-१२२) सालगिरह : एक गुलदस्ते को -संपादकीय ऐसे थे सुरेन्द्र -वासुदेव अनन्त मांगळे संयुक्त पुरुष : श्री गुरु विद्यानन्द -वीरेन्द्रकुमार जैन रोशनी का इतिहास (कविता) -उमेश जोशी वे युग-दृष्टा मुनि हैं -कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर' एक सन्त, एक साहित्यकार, एक सूत्रकार -नरेन्द्रप्रकाश जैन वाग्मी मनोज्ञ निर्ग्रन्थ -डॉ. दरबारीलाल कोठिया भीड़ में अकेले (कविता) -मिश्रीलाल जैन विद्यानन्द-चित्रावली यात्रा : विद्या के आनन्द को –श्रीमती रमा जैन युग-पुरुष (कविता) -कल्याणकुमार जैन 'शशि' मेरी डायरी के कुछ पन्ने -डॉ. अम्बाप्रसाद 'सुमन' क्रान्ति के अमर हस्ताक्षर -डॉ. देवेन्द्रकुमार शास्त्री मुनि विद्यानन्द : एक सहज पारदर्शी व्यक्तित्व -गजानन डेरोलिया राष्ट्र-सन्त मुनिश्री और आधुनिक जीवन संदर्भ -डॉ. निजाम उद्दीन Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 230