Book Title: Swaroday Vignan
Author(s): Hiralal Duggad
Publisher: Jain Sahitya Prakashan Mandir

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Page 5
________________ Ja समर्पण सर्वश्री लाला दीनानाथ जी साहब दुग्गड़ स्वर्गवास-आगरा [उ०प्र० ] चैत्र कृष्ण ५ वि०सं० २०१ जन्म - गुजरांवाला [पंजाब ] चैत्र कृष्ण १४ वि०सं० १६४३ परम गुरुभक्त ज्योतिर्विद श्री श्रेष्ठिवर्य चौधरी साहब सर्वश्री लाला दीनानाथ जी दुग्गड़ जिन्हें जिनशासन की आनरेरी मन्त्री पद सेवाओं के उपलक्ष में श्रीसंघ गुजरांवाला ने स्वर्ण पदक से सम्मानित किया एवं स्मृति में श्री संघ ने अपने कार्यालय में आपका तैल चित्र लगाया । आप श्री जी की ही अमर कृपा के परिणाम स्वरूप मैं श्री जिन शासन की सेवा के योग्य बन पाया । श्रतः कृतज्ञ भावसे श्रद्धांजली रूप यह स्वरोदय विज्ञान आप की पुण्य स्मृति में विद्वदजन के करकमलों में समर्पित करता हूं । हीरालाल दुग्गड़ Gorily www.jainelibrary.org

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