Book Title: Swaroday Vignan
Author(s): Hiralal Duggad
Publisher: Jain Sahitya Prakashan Mandir

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Page 3
________________ © सर्वाधिकार सुरक्षित *स्वरोदय सार तथा अध्यात्म अनुभव योय:प्रकाश [महायोगी चिदानन्द जी कत]. संकलन विवेचन अर्थ प्रादि कर्ता व्याख्यान दिवाकर, विद्याभूषण पंडित हीरालाल दुग्गड़ जैन न्यायतीर्थ, न्यायमनीषी, स्नातक विषय स्वर-विज्ञान [श्वासोश्वास द्वारा भविष्य ज्ञान पुस्तक पृष्ठ ३२+३२०=३५२ । प्रथम प्रकाशन सन् १९७३ ई० प्रकाशक एम. के. जैन अध्यक्षः जैन प्राचीन साहित्य प्रकाशन मन्दिर ५७ अहाता बलबीर, मोतीराम मार्ग, लोनी रोड, शाहदरा, दिल्ली-११००३२ मूल्य-१३:०० मुद्रक-वार्ष्णेय प्रिंटिंग प्रेस, विश्वासनगर, शाहदरा, दिल्ली-११० Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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