Book Title: Sthanang Sutram Part 01
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti
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सुघाटीकां स्था०३३०१सू०१४ धर्माचार्यादीनामशक्यं वत्युपकारित्वनिरूपणम् ६३५
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म् | पूरिका - पूडी ' इति प्रसिद्धम् ५। श्रीखंड - ( शीखंड ) इति प्रसिद्धम् ६। मोदकं - लड्डु ' इति प्रसिद्धम् ७ लपसी - प्रसिद्धा ८ श्रीकुण्डली - ' जलेबी इति प्रसिद्धम् ९। पिष्टिका - ' पेठा ' इति ख्यातम् १०| खाद्याः - ' खाजा ' इति प्रसिद्धम् ११। सूत्रकफीणिका - ' मूतरफीणी ' इति प्रसिद्धम् १२ | पुटिकासंपुट युक्ता पूडी ' इति प्रसिद्धम् १३। वातादपस्तापुटी - ' वादामपुडी - पिस्तापुडी' इति ख्याता १४ । पूषा: ' मालपुवा' इति प्रसिद्धम् १५ । पर्पटिका - तिलपापडी ' इति प्रसिद्धा १६ | दधिवटा - ' दहीवडा ' इति प्रसिद्धम् १७| गुञ्जाप्रसिद्धाः, सितोपलगर्भा - कूर्चिकानिष्पन्नं द्रव्यम् १८| करजाः - देशविशेपप्रसिद्धं मधुरद्रव्यम् १९ | पिण्डाः ' पेडा ' इति प्रसिद्धाः २० । पायसभोजनं खीर इति प्रसिद्धम् २१ | बहुसितायुक्ता वासुंदिका -शर्करा बहुलागाढ दुग्धरूपा 'वासुन्दी' इति प्रसिद्धा २२ | मिष्टा पूरणपोलिका - मिष्टद्रव्यगर्भापुटिका ' पूरणपोली ' इति मसिद्धा २३ | बरफी लोकप्रसिद्धा - दुग्धविकाररूपा २४| खुर्मा - देशविशेषप्रसिद्ध मिष्टद्रव्यम् २५, खर्जरिका - मिष्टद्रव्यगर्भा गोधूमपिष्टनिष्पन्ना 'खिजूरी ' इति भाषा प्रसिद्धा २६ केशरशर्कराममधिकं भक्त ' केशरिया भात ' इति ख्यातम् २७| यूषं - ' मात्रा खोमा' इति प्रसिद्धस् २८| जामुनम् -' गुलाब - जामुन ' इति प्रसिद्धम् २९ | कचोरी - तिक्तद्रव्यसंपुटा पिष्टनिष्पन्ना ' कचोरी
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११ खाद्या- खाजा, १२ सूत्रकफीणिका - सूतरफीणी, १३ पुटिका - पुडी, १४ घातादपस्तापुटी - बादामपुडी - पिस्तापुडी, १५ पूपा - मालपूवा, १६ पर्पटिका - तिलपापडी, १७ दधिवदा - दहीवड़ा, १८ गुंजा - गोझा, १९ करंजदेशप्रसिद्ध, मधुरद्रव्यविशेष, २० पिण्ड - पेडा, २१ पायस भोजन - खीर, २२ अधिक शक्कर सेयुक्त-वासुंदिका रबड़ी, २३ मिष्ट पुरण पोलिका पूरनपुडी, २४ वरफो, २५ खुर्मा - सक्करपारे, २६ खर्जूरिका शक्कर डालकर गेहूं की पिटी से निष्पन्न किया गया एक जात का हलुवा खिजूरी सोहन हलुवा, २७ केशरिया भात २८ यूष- मावा - खोवा, २९ जामुन - गुलाबजामुन, ३० कचौड़ी ३१ कलाकन्द और ३२ रसगुल्ला यह
सेमी (१०) पिष्टि, (११) जाल, (१२) सूतरली, (१३) युटिभ ( चुरी ) (१४) हास भने पिस्तानी पुरी, (१५) भातमा, (१६) तापापडी, (१७) हड्डीवडा, (१८) शुभ, (१८) १२०४, (२०) पेंडा, (२१) पायसलेोन्न-दुधपाउ जीर, (२२) यासुट्टी, (२३) पूरयेोजी, (२४) २री, (२५) सरयारा; (२६) ખજૂરકા, ( એક જાતના ઘઉંના મેદામાંથી બનતા હલવા ), (૨૭) કેશરીયા भात, (२८) यूष-भावानी मे मिठाई, (२८) गुसामल भू. (3) थोडी, (३१) साउन्ड भने ( 32 ) रसगुस्सा आ मत्रीस प्रारनां लोभन छे.

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