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भास का प्राकृत प्रयोगजन्य दर्शन : ७१
१८. वही, पृष्ठ- ३४ । १९. श्रीवास्तव, कृष्णचन्द्र , प्राचीन भारत का इतिहास, पृष्ठ-१२७, यूनाइटेड
बुक डिपो, यूनिवर्सिटी रोड, इलाहाबाद-१९९८ ।। २०. वार्षलस्तु प्रणाम: स्यादमन्त्रार्चितदैवतः। प्रतिमानाटक, महाकवि भास,
३/५। २१. द्रष्टव्य महाकवि भास, डॉ० नेमिचन्द्र शास्त्री, पृ० २८, मध्यप्रदेश हिन्दी
ग्रन्थ अकादमी, भोपाल- १९७२ ।
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