Book Title: Sramana 2008 10
Author(s): Shreeprakash Pandey, Vijay Kumar
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 193
________________ जैन जगत् श्री नरेन्द्र कुमार पाण्डेय पी-एच०डी० उपाधि से विभूषित श्री नरेन्द्र कुमार पाण्डेय उर्फ सुनील पाण्डेय, ग्राम-नावाडीह, पो०- सिकरिया, जिला-रोहतास, सदस्य बिहार विधान सभा, पीरो (भोजपुर) को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के द्वारा उनके शोध-प्रबन्ध 'महावीर के उपदेश आधुनिक परिप्रेक्ष्य में' पर पी-एच० डी० की उपाधि प्रदान की गई है। आपने अपना शोध-प्रबन्ध प्रो० रामजी राय, अध्यक्ष, स्नातकोत्तर प्राकृत एवं जैनशास्त्र विभाग, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में सम्पन्न किया है। पार्श्वनाथ विद्यापीठ आपकी इस उपलब्धि हेतु आपको बधाई देता है। के०जे० सौमैया सेंटर फॉर स्टडीज इन जैनिज्म में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न के०जे० सोमैया सेंटर फॉर स्टडीज इन जैनिज्म, सोमैया विद्याविहार कैम्पस में दिनांक २०-२१ अक्टूबर २००८ को द्विद्विवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी भव्यता से सम्पन्न हुई। इस शैक्षीणक संगोष्ठी में जैन विश्वविभारती लाडनूं तथा श्री भारत जैन महामंडल का सराहनीय योगदान रहा। भारतवर्ष के जाने-माने विद्वज्जनों ने भाग लिया, 'विषय था दक्षिण भारत में फैले हुए जैन धर्म की रंगीन झलक' (Spectrum of Jainism in Southern India),सोमैया ट्रस्ट के ऑनरेरी सेक्रेटरी श्री वि० रंगनाथनजी ने मुख्य अतिथि मुंबई के उप-कुलपति, डॉ० अरुण सावंत तथा अन्य मेहमानों का स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ आगन्तुक अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। विद्वानों ने अपने शोध-पत्रों में दक्षिण भारत के तमिलनाडु, आँध्र, केरल, कर्णाटक, महाराष्ट्र आदि राज्यों में व्याप्त जैन तत्त्वदर्शन, भाषा, कला और स्थापत्य के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की। उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता डॉ० हम्पा नागराजैया ने अपने वक्तव्य में कहा कि जैन धर्म ईसा पूर्व चौथी शती में तमिलनाडु से होता हुआ श्रीलंका पहुँचा। वहाँ के राजा पाडूंकाभय जैन धर्म के आश्रयदाता थे। आपने दक्षिण के सभी राज्यों की Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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