Book Title: Shant Sudharas Part 01 Author(s): Ratnasenvijay Publisher: Swadhyay Sangh View full book textPage 3
________________ महोपाध्याय श्री विनय विजयजी विरचित शान्त सुधारस ( हिन्दी - विवेचन ) भाग : प्रथम 5 विवेचनकार जिनशासन के महान् ज्योतिर्धर सुविशाल गच्छाधिपति प्राचार्यदेव श्रीमद् विजय रामचन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. के तेजस्वी शिष्यरत्न अध्यात्मयोगी पूज्यपाद पंन्यासप्रवर श्री भद्रंकर विजयजी गरिणवर्यश्री के चरम शिष्यरत्न मुनिश्री रत्नसेन विजयजी 卐 प्रकाशक स्वाध्याय संघ C/o Indian Drawing Equipment Industries Shed No. 2, Sidco Industrial Estate Ambattur-Madras-600 098Page Navigation
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