Book Title: Satya Sangit
Author(s): Darbarilal Satyabhakta
Publisher: Satyashram Vardha

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Page 110
________________ ९८ ] MANN सत्य-संगीत मेरी चाल [ १ ] कौन रोकेगा मेरी चाल । गर्दन कटे चलेगा धडभी, चमक उठेगा काल ॥ कौन रोकेगा मेरी चाल || [ २ ] चिपढाऍ आवेगी पथ में, होंगी चकनाचूर : तन पर मनको होगा, छुसकना भी दूर ॥ करूगा उन्हें हाल बेहाल | कौन रोकेगा मेरी चाल 11 N [ ३ ] अगर प्रलोभन भी आवेंगे, दूगा मैं दुतकार | कर दूंगा में एक एक पर, शत-शत पादप्रहार ॥ दूगा मैं उनका जाल । कौन रोकेगा मेरी चाल || तोड [ ४ ] अगर अध-श्रद्धा आवेगी, दूंगा दंड प्रचण्ड । कर दूगा मैं तोड फोड कर, खंड खंड पाखड || बनेगा सद्विवेक ही डाल | कौन रोकेगा मेरी चाल ॥

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