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5-6. Introduction to Signs ofZodiac
भारम्भ स्वामी
शुक्र
पाठ-5-6. राशि परिचय भारतीय ज्योतिष में भचक्र का प्रथम बिन्दु अश्विनी नक्षत्र से लिया जाता है। इस प्रथम बिन्दु से भचक्र को 12 भागों में बांटा जाता है। इस प्रकार प्रत्येक राशि का कोणीय मान 30° होता है। 12 राशियों के नाम और उसके स्वामी (वे ग्रह जिन्हें इन राशियों का स्वामी कहा जाता है) निम्नलिखित है। # अंग्रेजी हिन्दी चिह्न राशि आरम्भ स्वामी 1 ARIES मेष
+ मंगल 2 TAURUS वृष ४ 3 GEMINI मिथुन I 60+ बुध । 4 CANCER कर्क : 90°+ चन्द्रमा 5 IEO सिंह
120+ सूर्य । 6 VIRGO कन्या mm 150+ बुध 7 LIBRA तुला - 180+ शुक्र 8 SCORPIO वृश्चिक m.
मंगल 9 SAGITTARIUS धनु - 240+ बृहस्पति 10 CAPRICORN मकर 8 270+ शनि । 11 AQUARIUS कुम्भ
300+ शनि 12 PISCES मीन
330+ बृहस्पति
210+
राशियों के गुण धर्म
मेष
रत्नों के रखने का स्थान, धातु, अग्नि, खनिज पदार्थ, रक्त (लाल) वर्ण, पाप राशि अच्छी व्यावहारिकता, मिलनसार, तुनुक मिजाज, झूठ बोलना, पृष्ठोदय, पुरुष, क्रूर राशि, अग्नि तत्व, रजो गुण, दिनबली होती है।