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एवं चतुर होता है। 4. कर्क राशि में मंगल हो तो जातक कुशाग्रबुद्धिवाला, धनवान्, बदमाश, कुशलचिकित्सक, या सर्जन, चंचलमनवाला सुखाभिलाषी, कृषक, रोगी एवं दुष्ट होता है। 5. सिंह राशि में मंगल हो तो जातक शूरवीर, सदाचारी, कार्यनिपुण, स्नेहशील, परोपकारी, ज्योतिषी, गणितज्ञ, माता-पिता का आज्ञाकारी, गुरुजनों का आदर करने वाला, उदार एवं सफल होता है। 6. कन्या राशि में मंगल हो तो जातक सुखी, शिल्पज्ञ, पापभीरु, लोकमान्य एवं व्यवहार कुशल होता है। 7. तुला राशि में मंगल हो तो जातक प्रवासी, वक्ता, कामी, परधनहारी, उच्चाकांक्षी, लड़ाकू, कृपालु एवं परस्त्रियों की ओर झुकाव होता है। 8. वृश्चिक राशि में मंगल हो तो जातक नीति-दक्ष, अच्छी स्मरण शक्ति ईर्ष्यालु स्वभाववाला, बहुतहठी, अभिमानी, चोरों का नेता, पातकी एवं दुराचारी होता है। 9. धनु राशि में मंगल हो तो जातक चतुर राजनैतिक नेता, कम सन्तान, लोकप्रिय प्रसिद्ध, उच्चप्रशासकीय पद प्राप्त करने वाला, कठोर, शठ, क्रूर, परिश्रमी एवं पराधीन होता है।
10. मकर राशि में मंगल हो तो जातक ख्यातिप्राप्त, पराक्रमी, नेता ऐश्वर्यशाली, सुखी, सेनापति, उच्चपुलिस अधिकारी, प्रशासक, प्रचुर सन्तान, उदार, परिश्रमी एवं महत्वाकांक्षी होता है। 11. कुम्भ राशि में मंगल हो तो जातक व्यसनी, लोभी, सट्टे से धननाशक, आचारहीन, मत्सरवृत्ति एवं बुद्धिहीन होता है। 12. मीन राशि में मंगल हो तो जातक गौवरवर्ण, कामुक, आज्ञाकारी गन्दा, अस्थिर जीवन, रोगी, प्रवासी, मान्त्रीक, बन्धु-द्वेषी, नास्तिक, हठी, धूर्त और वाचाल होता है।
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