Book Title: Saral Jyotish
Author(s): Arunkumar Bansal
Publisher: Akhil Bhartiya Jyotish Samstha Sangh

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Page 130
________________ The Good & Bad Positions from Moon in Transit Analysis गोचर में चन्द्रमा से शुभ स्थान तथा वेध स्थान जब सूर्य चन्द्रमा से 3,6,10,11 में चन्द्रमा शुभ स्थान 1,3,6,7,10,11 मंगल 3,6,11 बुध 2,4,6,8,10,11 बृहस्पति 2,5,7,9,11 शुक्र 1,2,3,4,5,8,9,11,12 शनि 3,6,11 राहु/केतु 3,6,10,11 भाव में गोचर करता है तो शुभ फल देते है। परन्तु कई बार किसी अन्य ग्रह के विभिन्न स्थान पर गोचर करने से शुभ फल में रुकावट आ जाती है। जिसे वेध कहते है। प्रत्येक शुभ स्थान के भिन्न-भिन्न वेध स्थान है उनको तालिका के रुप में यों लिख सकते है। वेध स्थान क्रमश लिखे है। सूर्य शुभ स्थान 3,6,10,11 वेध स्थान 9,12,4,5 (शनि सूर्य का वेध नहीं करता) चन्द्रमा (चन्द्रमा का वेध बुध नहीं करता) शुभ स्थान 1,3,6,7,10,11 वेध स्थान 5,9,12,2,4,8 मंगल के शुभ स्थान 3,6,11 वेध स्थान 12,9,5 बुध के शुभ स्थान 2,4,6,8,10,11 130

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