Book Title: Sankheshwar Stavanavali
Author(s): Vishalvijay
Publisher: Yashovijay Jain Granthmala

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Page 31
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.oAcharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ૧૪ नमस्ते जगज्जन्तुरक्षासुदक्ष ! नमस्ते ऽनभिज्ञाततस्यैरलक्ष्य ! | ! नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते ॥ ३ ॥ नमस्तेऽव्ययाचिन्त्यविज्ञानशक्ते नमस्ते महादर्प कन्दर्पजेत नमस्ते शुभध्यानसाम्राज्यनेतः ! | नमस्ते मुनिस्वान्तपाथोजभृङ्ग ! नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते ॥ ४॥ नमस्ते सदाचारकासारहंस ! | नमस्ते कृपाधार ! विश्वावतंस ! नमस्ते सुरप्रेयसीगीतकीर्ते ! नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते ॥ ५ ॥ नमस्ते सदुस्तारसंसारतायिन् । नमस्ते चतुर्वर्गसंसिद्धिदायिन् ! | नमस्ते परब्रह्मशर्मप्रदायिन् । नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते ॥ ६ ॥ नमस्तेऽमितागण्कारुण्यसिन्धो ! नमस्ते त्रिलोक्यात सम्बन्धबन्धो ! नमस्ते त्रिलोकीशरण्याय नाथ ! नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते ॥ ७ ॥ नमस्ते सुरेन्द्रादिसंसेव्यपाद ! नमस्ते नतेभ्यः सदा सुप्रसाद ! | नमस्ते तमः स्तोमनिर्नाशभानो ! नमस्ते नमस्ते नमस्ते नमस्ते ॥ ८ ॥ For Private And Personal Use Only

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