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सकते हैं । इस अर्थ में यह ( प्राकृत रचना सौरभ ) प्राकृत-शिक्षक सिद्ध होगी । इसके लिए हम डॉ. सोगाणी के अत्यन्त आभारी हैं । पुस्तक प्रकाशन के लिए अपभ्रंश साहित्य अकादमी के कार्यकर्ता एवं मदरलैंड प्रिंटिंग प्रेस धन्यवादाईं हैं।
कपूरचन्द पाटनी
मंत्री
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Jain Education International 2010_03
प्रबन्धकारिणी कमेटी दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्रीमहावीरजी
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नरेशकुमार सेठी
अध्यक्ष
[ प्राकृत रचना सौरभ
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