Book Title: Paumchariu me Prayukta Krudant Sankalan
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 87
________________ 14. वे वि विमाणइँ हरि-वलहद्दहुँ पट्टविय। 60/4/7 ___- दोनों विमान राम और लक्ष्मण के लिए भेजे गये। 15. केण धयग्गाइँ तोडिय। 61/3/1 ___ - किसी के द्वारा ध्वजा के अग्रभाग तोडे गये? 16. घरे घरे तूरइँ अप्फालियइँ। 71/3/2 ___ - घर-घर में तूर्य बजाये गये। 17. रावणेण दिव्वत्थइँ लइय। ' 75/14/7 - रावण के द्वारा दिव्य अस्त्र ले लिये गये। 18. दसरह-णन्दणेण रिउ–सिर विणिवाइयाइँ। 75/19/3 ___- दशरथ नन्दन के द्वारा शत्रुओं के सिर मार गिराये गये। 19. तहिं अवसरे वे वि पदुक्कियउ। 19/6/9 - उस अवसर पर वे दोनों पहुँची। 80] [पउमचरिउ में प्रयुक्त कृदन्त-संकलन Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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