Book Title: Patan Chaitya Paripati
Author(s): Kalyanvijay
Publisher: Hansvijayji Jain Free Library
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६९
सतसठि जिनवर होई । प्रणमी आवीइ पराकोटडी जिहां
अछइ ए । आसधीर ठाकर देहरइ | चंद्रप्रभ जिनवर बि प्रतिमा पूजी अछइ ए ।। २६ । सदयवछ ढाकर देहरइ | पास जिणेसर बि प्रतिमास्युं पर
वऱ्या ए । अष्टापद - अवतार ।
२७ ॥ रयणमय इक भं ए ।
चरतरनउं वली चैत्य | सोलम जिनवर बावनजिणालुं तेह तं ए ॥ २८ ॥
जुहारी आव्या बीजउ । प्रथम जिणेसर (अ) दभुत मूरति पेखिलाए। चैत्य बिंना मेली । बिसइ बिहुत्तरि मातपिता जिन निरषीला ए ॥ २९ ॥ सोनी तेजपाल घरि । पास जिणेसर उगणत्रीस प्रतिमा जुहारी ए । टोकर सोनीगेहि सुमति जिणंदजी प्रतिमा च्यारि उद्धाराइ ए ॥ ३० ॥
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देषी हरण्या ए चंद्रप्रभजिन गुणि भर्चा ए ॥ ओगणसठि जिनबिंब | थंभ अनोपम बिंब
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