Book Title: Patan Chaitya Paripati
Author(s): Kalyanvijay
Publisher: Hansvijayji Jain Free Library
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१२
१९४
बिब
चद्रप्रभा
चोंद
विर
जीनवरुए
भसात
विव
-
वदं
शीतल बिंब
पीतलमे
माहे
साहब सुआ
चत्य
-णनगुणा
ससार
-निधि
- पाश्च
जिनपति
बिंब
चंद्रप्रभ
चौद
वीर जिनवरु ए
भेसात
वि
बंदू शीतळ बिंब
पीतलमय
मोहे
साह वसुआचैत्य
-
- जनगणा
संसार-निधि
- पार्श्व
- जिनपति
६
आ सिवाय मात्रा रेफ विगेरे खण्डित थवा संबंधी या ash जवा संबंधी अने केटलीक पदच्छेद संबंधी रही गयेली स्खलनाओ सुज्ञ पाठकोए सुधारी वांचं.
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