Book Title: Nandanvan Kalpataru 2002 00 SrNo 08 Author(s): Kirtitrai Publisher: Jain Granth Prakashan Samiti View full book textPage 3
________________ नन्दनवनकल्पतरुः ।। अष्टमी शाखा ।। (संस्कृतभाषामयं अयन-पत्रम् ॥) सङ्कलनम् : कीर्तित्रयी॥ सर्वेऽधिकारा: स्वायत्ताः ॥ प्रकाशनम् : श्रीजैनग्रन्थप्रकाशनसमितिः, खंभात ॥ वि. सं. २०५८, ई.सं. २००२ मूल्यम् - संस्कृतसाहित्यरुचिः ॥ प्राप्तिस्थानम् : श्रीविजयनेमिसूरीश्वरजी स्वाध्यायमंदिर १२, भगतबाग, शेठ आणंदजी कल्याणजी पेढी समीप, पालडी, अमदावाद - 380007. फोन : 6622465 सम्पर्कसूत्रम् : "विजयशीलचन्द्रसरिः" C/o. रजनीकान्त बी. शाह ३, कुसुमकुंज, जैन टेम्पल स्ट्रीट, वि. वि. पुरम्, बेंगलूर : 560004 दूरभाष : 080-6670835 मुद्रणम् : 'प्रारंभ', अमदावाद ।। दूरभाष : 079-6565653 मोबाईल : 9825011414 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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