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- संक्षिप्त सूची -
( १ ) कौन क्या कहते हैं ? (२) मरुधरोद्धापक एवं श्रोसवंशस्थापक जैनाचार्य
श्रीरत्नप्रभसूरि और अठारा गौत्र । ( ३ ) मरूधर केशरी मुनि श्रीज्ञानसुन्दरजी (४) जगत्प्रसिद्ध शा० जै० विजयधर्म सूरि ( ५ ) दानवीर सेठ सूरजमलजी कोचर (६) श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान-पुष्पमाला फलोदी (मारवाड़) (७) आभार प्रदर्शन (८) द्रव्य सहायकों की शुभ नामावली (९ ) सहायक ग्रन्थों की सूची (१०) प्रस्तावना (११) विषयानुक्रमणिका और चित्र परिचय (१२) शुद्धिपत्र (१३) मूर्तिपूजा का प्राचीन इतिहास (१४) मूर्तिपूजा विषयक प्रश्नोत्तर (१५) क्या जैनतीर्थङ्कर भी डोराडाल मुँहपर मुँहपत्ती
बान्धते थे ?
ANSTHAN
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