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कुर्म मुद्रा
हाथ के उपर हाथ रखकर की जाती है। फोटा देखने से कर ।
पायेंगे। उपयोग : पृथ्वी तत्त्व की प्रतिक है । कुर्म की तरह भारवहन करने
की शक्ति का विकास । तथा साधना की स्थिरता प्रतिष्ठा आदि में कुर्मस्थापन वक्त करनी चाहिए ।
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