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शंख मुद्रा
बाँये हाथ से मुट्ठी बांधकर कनिष्ठिका अंगुली को फैलाकर
दबाना शंखमुद्रा है। लाभ : थाइरोइडरोग बिमारी दूर होती है। नाभिकेन्द्र की ७२,०००
स्नायुओं की शुद्धि । नाभि स्वस्थान पर स्थित होती है । पाचनतन्त्र में उपयोगी । लकवाग्रस्त एवम् वाणी विषयक दोष दूर । लक्ष्मी प्राप्ति ।
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